कोलकाता : वर्ष 2019 से 2024 तक गत 5 वर्षों में कोलकाता के दिन के तापमान में औसतन 6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गयी है। स्विच ऑन की रिपाेर्ट के अनुसार, इस साल लगातार 9 दिनों तक शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ‘अप्रैल में लू का कहर’ नाम से जारी यह रिपोर्ट मौसम विभाग से आंकड़े लेकर बनायी गयी है। इसके अनुसार, अधिकतम के साथ ही अप्रैल महीने में न्यूनतम तापमान में भी 5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। वर्ष 2019 में 2024 की तुलना में मौसम में बदलाव काफी तेजी से होते थे। इसके अलावा दोनों ही वर्षों में अप्रैल महीने के अंतिम दिनों में अधिक तापमान दर्ज किया गया ।
30 अप्रैल को 5 दशकों का अधिकतम तापमान
रिपोर्ट में कहा गया कि कोलकाता में गत 5 दशकों का अधिकतम तापमान गत 30 अप्रैल को दर्ज किया गया। उस दिन अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो स्वाभाविक की तुलना में 7.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। वहीं गत 12 अप्रैल को सबसे कम न्यूनतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इस साल अप्रैल महीने में लगातार 9 दिनाें तक अलीपुर का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। 2019 की तुलना में अप्रैल 2024 में अधिकतम तापमान 90% दिनों में काफी अधिक रहा।
30 वर्षों में बढ़ा औसत भूमि सतह का पारा
रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए अध्ययनों पर प्रकाश डाला गया है, जिससे पता चलता है कि पिछले 30 वर्षों में कोलकाता की वार्षिक औसत भूमि सतह का तापमान 4.7 डिग्री बढ़ गया है। यह मुख्य रूप से शहर की वनस्पति की हानि और उसके बाद निर्मित स्थानों में वृद्धि के कारण है।
अप्रैल में हुई सबसे कम बारिश
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अप्रैल में बारिश भी सबसे कम हुई। केवल गत 7 अप्रैल को 0.5 मि.मी. बारिश कोलकाता में हुई। गत वर्ष अप्रैल 2023 में 50 मि.मी. बारिश कोलकाता में हुई थी। यहां उल्लेखनीय है कि अप्रैल महीने के अंत में 3 दिन बारिश हुई। स्विच ऑन फाउण्डेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय जाजू ने कहा, ‘अभूतपूर्व हीट वेव के सामने, यह जरूरी है कि हम जलवायु कार्रवाई की तात्कालिकता और इसके गहरे प्रभाव को पहचानें।’
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