कोलकाता : प्रशासन द्वारा बार – बार मनाही के बाद ही असर नहीं पड़ रहा है। गरियाहाट बाजार एक बार फिर बेपटरी पर आता नजर आ रहा है। अधिकांश हाॅकर की दुकानें एक बार फिर से प्लास्टिक से ढक गयी है। वहीं कई दुकानदार फुटपाथ के वन थर्ड का भी दायरा पार कर चुके हैं। सीएम ममता बनर्जी के निर्देश के बाद दो दिन तक गरियाहाट डिसिप्लिन में दिखा मगर रविवार को कई दुकानों की छत पर प्लास्टिक शेड लगाया हुआ था।
टीन की शेड वाली दुकानों में भी प्लास्टिक भरपूर उपयोग
केएमसी के कहने अनुसार काफी पहले करीब एक साल पहले गरियाहाट के दुकानदारों को टीन के शेड दुकान रखने के लिए कहा गया था। प्लास्टिक इस्तेमाल पर रोक लगायी गयी थी क्योंकि आग लगने का खतरा बना रहता है। यहां वर्ष 2019 के जनवरी महीने में आग लगी थी। उसी को ध्यान में रखते हुए गरियाहाट मार्केट सहित अन्य बाजारों में प्लास्टिक शेड निषेध है। मगर वर्तमान में गरियाहाट के फुटपाथ पर एक तरफ की दुकानों पर टीन की शेड तो दिख रही है मगर प्लास्टिक का उपयोग भरपूर हो रहा है। कहीं कहीं तो शेड भी पूरी तरह से प्लास्टिक की है।
क्या कहना है हॉकरों का
हॉकरों ने कहा कि बारिश के कारण अस्थायी रूप से प्लास्टिक लगाया गया है। संदीप नामक एक हॉकर ने कहा कि नियम को मानते हुए हमलोग फुटपाथ छोड़कर बैठ रहे हैं, लेकिन बारिश में कहां जायेंगे इसलिए प्लास्टिक लगाये हैं। मेहनत बढ़ गया है, एक बार लगाते हैं एक बार हटाते हैं। एक अन्य हॉकर विनोद ने कहा कि हमलोग बारिश में कहां जाएंगे।
केएमसी ने दिया था सिर्फ टीन शेड का निर्देश
फुटपाथ अतिक्रमण को रोकने के लिए केएमसी ने गरियाहाट बाजार में केवल टीन शेड डाला लगाने का निर्देश दिया था। निगम के इस निर्देश के बाद गरियाहाट बाजार की रूपरेखा में बड़े स्तर पर बदलाव जरूर आया मगर प्लास्टिक का शेड अभी भी कई दुकानों पर दिख रहा है। वहीं हाल में यहां राहगीरों के पैदल चलने के लिए जगह नहीं रहती थी। सीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी भी जतायी थी।
यहां फुटपाथ अतिक्रमण भले ही कम हुआ है मगर को गरियाहाट बाजार को प्लास्टिक मुक्त बनाना इतना भी आसान नहीं दिख रहा है। निगम को इसके लिए और ज्यादा मेहनत करनी होगी।
क्या कहना है एमएमआईसी का
एमएमआईसी देवाशिष कुमार ने कहा कि गरियाहाट में टीन शेड का काम सौ प्रतिशत हो गया है। इसके बावजूद कही प्लास्टिक शेड दिखता है तो उसे हटाना होगा। हमलोग वन थर्ड का रूल हर मार्केट में लागू करने पर जोर दे रहे हैं। सर्वे का काम चल रहा है। यलो लाइनिंग के दायरे में ही सभी को रहना होगा। प्लैक टॉप कहीं भी नहीं होगा।