आपके नाम के पार्सल में मिला है 150 ग्राम ड्रग्स….कहकर व्यक्ति से ठग लिया 2 करोड़ | Sanmarg

आपके नाम के पार्सल में मिला है 150 ग्राम ड्रग्स….कहकर व्यक्ति से ठग लिया 2 करोड़

कोलकाता : महानगर में एक व्यक्ति को घर के अंदर डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने उसके पास से 2 करोड़ रुपये ठग लिये। घटना बेहला थाना इलाके की है। कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने के अधिकारियों ने मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्तों के नाम वरुण दास (47), राजू दत्ता (43), विशाल सरदार और पवित्र कुमार पंडित हैं। यह चारों महानगर के विभिन्न इलाके के रहनेवाले हैं। मंगलवार को अभियुक्तों को अदालत में पेश करने पर उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला??
पुलिस के अनुसार बेहला की रहनेवाली भावना मोहन राज ने कुछ महीने पहले बेहला और साइबर क्राइम थाने में 2 करोड़ की ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि सितंबर 2023 को उनके पति के पास एक वीडियो कॉल आया। वीडियो कॉल करने वाले व्यक्ति ने पहले खुद कोनामी कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताकर कहा कि उनके नाम पर एक पार्सल आया है. उक्त पार्सल में पुलिस ने जांच के दौरान ड्रग्स पाया है। उक्त पार्सल के अंदर से 150 ग्राम एडीएमए ड्रग्स है। इसके बाद जालसाजों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर उसे पूछताछ के लिए तलब किया। जालसाजों ने मोबाइल पर उसे नोटिस और अरेस्ट वारंट भी भेज दिया। पीड़ित व्यक्ति आलोक राज को अपनी जाल में फंसाने के लिए जालसाजों ने वीडियो कॉल कर उसे नकली पुलिस स्टेशन और हवालात भी दिखाया। इसके बाद जालसाजों ने उसे गिरफ्तार नहीं करने के एवज में विभिन्न मौके पर 2 करोड़ रुपये ले लिये। बाद में जालसाजों की मांग बढ़ते आलोक और उनकी पत्नी को संदेह हुआ और थाने में जाकर घटना की शिकायत की। मामले की जांच के दौरान साइबर क्राइम थाने के अधिकारियों ने पाया कि ठगी की रकम महानगर के रहनेवाले विभिन्न लोगों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हुए हैं। अकाउंट के मालिकों से संपर्क करने पर पुलिस कोवरुण दास (47), राजू दत्ता (43), विशाल सरदार और पवित्र कुमार पंडित के बारे में पता चला। सोमवार को पुलिस ने चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को जांच में पता चला कि वरुण दास ने सभी करेंट अकाउंट की जुगाड़ कर साइबर ठगों को सप्लई किया था। राजू और विशाल ने विभिन्न लोगों से संपर्क कर उनके नाम पर बैंक अकाउंट खोला और उसे वरुण को सप्लाई किया था। वहीं पवित्र ने बैंक अकाउंट में इस्तेमाल होने वाले आधार कार्ड में बदलाव कर ठगी को अंजाम देने में मदद की थी। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर उनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
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