– एक हजार किलो का तवा और 20 फीट लंबा होगा बेलन
भीलवाड़ा : रोटी हम सबके घर में बनती है, लेकिन राजस्थान के भीलवाड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी रोटी बनाई गई। इस रोटी को बनाने के लिए गूंधे गए आटे और फिर रोटी को बेलने में करीब दो घंटे का समय लगा। वहीं, 207 किलो की इस रोटी को सेकने में चार से पांच घंटे का समय लगा। दुनिया की इस सबसे बड़ी रोटी को बनाने के लिए कई दिनों से तैयारी चल रही थी। आइए, अब जानते हैं दुनिया की सबसे बड़ी रोटी क्यों, कहां और किसलिए बनाई गई?
कहां बनाई गई ये खास रोटी?
207 किलो वजन की इस रोटी को भीलवाड़ा शहर के हरिसेवा धाम में बनाया गया। महामंडलेश्वर संत हंसराम के सानिध्य में बनाई गई इस रोटी को बनाने की प्रक्रिया सुबह से ही शुरू हो गई थी। 22 लोगों ने मिलकर इसका आटा गूंथा था। इसके बाद रोटी बेलने और फिर सेकने की प्रक्रिया शुरू की गई। जिसके बाद शाम को ये रोटी बनकर तैयार हुई। इस रोटी को तबे पर ही बेला गया और बिना पलटे एक बार में ही सेंका गया था।
207 किलो की रोटी में इतना आटा, इतनी मैदा
207 किलो की रोटी बनाने के लिए 120 किलो आटा, 10 किलो मैदा, 10 किलो घी और 67 लीटर पानी को मिलाकर गूंधा गया। 22 लोगों ने मिलकर आटा गूंधा। इसके बाद इस आटे को तबे पर डाल दिया गया। तवे पर 11.25 x 11.25 फीट के गोल आकार में रोटी को बेलकर तैयार किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में दो घंटे लगे। इसके वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रोटी को सेंकने की प्रक्रिया शुरू की गई।
1000 ईंटों से बनाया गया चूल्हा, हजार किलो का तबा
207 किलो आटे की रोटी बनाने से पहले एक हजार ईंटों से चूल्हा तैयार किया गया था। इसके ऊपर एक हजार किलो वजनी लोहे का बना रखा गया। रोटी को बेलने के लिए 20 फीट लंबा बेलन भी तैयार कराया गया था। साथ ही रोटी को सेंकने के लिए 800 किलो कोयला और कंडे समेत अन्य चीजें भी लगीं।
तीन राज्यों के हलवाइयों ने बनाई खास रोटी
विश्व की सबसे बड़ी इस रोटी को राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात के हलवाइयों ने तैयार किया है। इस रोटी को बनाने में चार से पांच घंटे लगे। इसे बिना पलटे एक तरफ से ही सेंका गया। एक हजार से ज्यादा लोग इस खास रोटी के प्रसाद को ग्रहण करेंगे।