नई दिल्लीः देशभर में सब्जियों की बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की जेब ढीली कर दी है। आलू, प्याज और सीजनल सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। टमाटर, मटर और गोभी जैसी सब्जियां ठंड के मौसम में होती है, ऐसे में इन सब्जियों के दाम भी बढ़े हुए हैं। सब्जियों के व्यापारियों ने बताया कि ‘सर्दियो का सीजन हरी साग-सब्जियों का समय होता है। इस समय बाजार में सब्जियों की भरमार लगी रहती है। ऐसे में अब बाजार में आने वाले लोग जहां पहले एक किलो सब्जी खरीदते थे वो आधा किलो खरीद रहे हैं। इसके अलावा आधा किलो खरीदने वाले लोग एक पाव खरीदकर घर लौट जाते हैं।’ ऐसे में आम आदमी का घर चलाना मुश्किल हो गया है। सब्जियों के व्यापारियों ने बताया कि शादियों का सीजन होने के कारण सब्जियों की मांग बढ़ रही है। इस कारण सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं।
बाजार में सब्जियों की कीमतें
सब्जियों के व्यापारियों ने बताया कि बाजार में 40 रुपये से नीचे कोई सब्जी नहीं मिलेगी, हर सब्जी अपने उचित दाम से अधिक है। मंहगाई का सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है। मंहगाई का सामना करना निम्न और मध्य वर्ग के लोगों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है, लागों को अपनी दूसरी जरूरतों के साथ समझौता करना पड़ रहा है।
सब्जियों के दाम कुछ इस प्रकार हैं-
टमाटर- 80 से 90 रुपये किलो
गाजर- 65 से 70 रुपये किलो
पत्ता गोभी -40 से 45 रुपये किलो
फूल गोभी -40 से 45 रुपये किलो
हरा मटर- 70 से 80 रुपये किलो
चुकंदर- 60 से 70 रुपये किलो
बींस- 65 से 70 रुपये किलो
शिमला मिर्च- 65 से 70 रुपये किलो
पालक- 40 से 50 रुपये किलो
भिंडी-60 से 65 रुपये किलो
खीरा- 50 से 60 रुपये किलो
अनुमान लगाया जा रहा है शायद शादियों का सीजन खत्म होने के बाद सब्जियों के दाम में कुछ गिरावट देखी जा सकती है।