कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एक महिला को सरेआम पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद एक टीएमसी विधायक ने विवादित बयान दिए थे। उनके बयान के लिए पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी किया है और स्पष्टीकरण मांगा है। मीडिया से बातचीत में एक स्थानीय विधायक हमीदुल रहमान ने अपराध को सही ठहराने की कोशिश की थी। उन्होंने पीड़ित महिला को ही दोषी ठहराया था। टीएमसी विधायक ने कहा था, “पीड़ित महिला ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मीडिया ही है जो इस मुद्दे को उजागर कर रहा है। महिला ने असामाजिक काम की थी।”
महिला पर विधायक ने लगाया था आरोप
टीएमसी के चोपड़ा से विधायक हमीदुल रहमान ने वारयल वीडियो के संबंध में कहा था, “आप किस वायरल वीडियो की बात कर रहे हैं? महिला ने इसकी शिकायत नहीं की, आप मीडिया वाले इसे हेडलाइन बना रहे हैं। महिला अपने पति के साथ भी असामाजिक गतिविधियों में शामिल थी। उसकी असामाजिक गतिविधियों के लिए गांव में ‘सलीशी सभा’ का आयोजन किया गया था।” टीएमसी विधायक ने कहा था, “हम इस बात से सहमत हैं कि उस न्याय में कुछ गड़बड़ हुई है। ऐसा स्थानीय ग्रामीणों ने किया है। हम इसकी जांच कर रहे हैं, लेकिन उसने (महिला ने) कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई, न ही उसके पति ने कोई शिकायत की। वह समाज के लिए मुश्किल पैदा कर रही थी, और इसलिए न्याय के लिए कंगारू कोर्ट का आयोजन किया गया था।”
पीटने वाले शख्स का टीएमसी से कोई नाता नहीं
विधायक ने यह भी कहा, “महिला ने भी गलत किया। अपने पति और बेटे-बेटी को छोड़कर वह दरिंदगी करने लगी। मुस्लिम समाज के हिसाब से कुछ नियम और न्याय होता है, लेकिन हम मानते हैं कि जो हुआ वह बहुत ही गलत था। अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” हालांकि, टीएमसी विधायक ने कहा कि कथित (पिटाई करने वाला) शख्स टीएमसी से जुड़ा नहीं है। वह पार्टी में किसी पद पर भी नहीं है।