नई दिल्ली: बंगाल में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर सोमवार (8 अप्रैल) को EC के पास तृणमूल कांग्रेस (TMC) का एक प्रतिनिधि मंडल पहुंचा। टीएमसी ने चुनाव आयोग से ED, CBI, NIA और IT के चीफ को हटाने की मांग की है। इस दौरान टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के बाहर 24 घंटे के धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया। धरने पर बैठते ही पुलिस टीम एक्शन में आ गई और सभी नेताओं को वहां से हटा दिया। सूत्रों के मुताबिक कुछ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। TMC नेता डोला सेन ने कहा कि BJP इन केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जांच एजेंसियों के चीफ को हटाकर अन्य पार्टियों के लिए समान मौके बनाए।
‘चुनाव से पहले TMC नेताओं को गिरफ्तार करवाने की साजिश’
TMC प्रतिनिधिमंडल NIA जांच को लेकर जिस तरह से राजनीति हो रही है, उसके खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग में शिकायत देने पहुंचा। टीएमसी नेताओं का कहना है कि चुनाव से पहले BJP हमारे नेताओं को गिरफ्तार करवाना चाहती है। डोला सेन ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के चीफ को बदला जाए। इसी के साथ TMC के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मांग की है कि पश्चिम बंगाल सरकार को जलपाईगुड़ी में तूफान पीड़ितों की मदद करने की इजाजत दी जाए। जिससे उनके टूटे घरों को बनाया जा सके और अन्य मदद की जा सके।
What is happening to our representatives in Delhi tantamounts to ABDUCTION – dragged into police vans and whisked away to undisclosed locations, their rights trampled upon with impunity.
PM @narendramodi, the nation bears witness to your reign of tyranny! pic.twitter.com/QTRStVHK6h
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) April 8, 2024
‘बीजेपी और एनआईए की है सांठ-गांठ’
TMC नेता साकेत गोखले ने सवाल करते हुए कहा कि क्या केंद्र ने एनआईए के नए महानिदेशक की नियुक्ति से पहले निर्वाचन आयोग की मंजूरी ली थी और इस नियुक्ति की जांच कराने की मांग की। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय एजेंसियों के साथ BJP की ‘सांठगांठ’ गहराती जा रही है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य गोखले ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता जितेंद्र तिवारी ने 26 मार्च को एनआईए के पुलिस अधीक्षक डीआर सिंह से मुलाकात की थी और उसी दिन सदानंद दाते को एजेंसी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया। गोखले ने दावा किया कि तिवारी कथित तौर पर एक ‘पैकेट’ के साथ सिंह से मिले थे और इस मुलाकात के दौरान, बीजेपी नेता ने निशाना बनाने के लिए उन्हें टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक सूची सौंपी थी।