Loksabha Election 2024 : राम नाम वाले झंडे, मोदी वाली टी-शर्ट व एक रंगा साड़ियों की बढ़ी मांग | Sanmarg

Loksabha Election 2024 : राम नाम वाले झंडे, मोदी वाली टी-शर्ट व एक रंगा साड़ियों की बढ़ी मांग

लोकसभा चुनाव आते ही पाटियों के झंडों से सजी दुकान

 कोलकाता : लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा के बाद सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है, इसके साथ ही बाजारों में भी चुनाव से जुड़ी सामान इनमें भगवान राम के त्रिशूल वाले झंडे, बैच, बैलून, टोपी, थैले, बैग, टी शर्ट व साड़ी जैसे सामानों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। चुनावी मौसम आते ही बड़ाबाजार हमेशा गुलजार रहता है, क्योंकि यहां चुनाव से जुड़ी सामान का सबसे बड़ा मार्केट है। हालांकि इसी कारण अभी बड़ाबाजार में काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। इस दौरान सभी पार्टी के लोग बड़े उत्साह के साथ खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। हर बार की तुलना में इस साल बाजारों में अयोध्या के राम मंदिर की झलक चुनाव प्रचार सामग्री पर भी देखी जा रही हैं। भाजपा कार्यक्रर्ता अपने पार्टी के निशान वाले झंडे से ज्यादा राम नाम के झंडे का इस्तमाल कर रहे हैं। इसके अलावा चुनावी मुद्दों का रंग भी बाजारों पर चढ़ता दिख रहा है। इसके साथ ही व्यापारियों ने भी बताया कि जीएसटी का असर चुनाव की सामग्री पर भी पड़ा है। इस बार पिछले चुनाव की तुलना में झंडे महंगे मिल रहे हैं। चुनाव के दौरान बड़ाबाजार में करोड़ों रुपये से अधिक के कारोबार होने की उम्मीद रहती है।

क्या कहना है दुकानदारों का

बड़ाबाजार विक्रेता नीरज टांटिया ने सन्मार्ग के साथ बातचीत के दौरान बताया कि वह बीते लगभग 60 वर्षों से वहां अपनी दुकान लगा रहे हैं। अभी तक लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए ज्यादातर व्यवसायी दक्षिण कोलकाता, बशीरहाट, सियालदह आदि जगहों से सामान लेने आ रहे हैं। हालांकि उन्होंने बताया कि राम मंदिर की स्थापना होने के बाद से ही पहली बार बंगाल में भाजपा का इतना क्रेज देखा जा रहा है। ​2019 के लोकसभा चुनाव में 2 करोड़ का बिक्री हुई थी, जबकी अब तक 1 महिने में लाखों का सेल हुआ हैं। हालांकि भाजपा के चुनाव प्रचार में भी पार्टी के झंडे से ज्यादा राम नाम के झंडे की बाजारों में मांग हैं।

रवि शंकर अग्रवाल ने बताया कि चुनाव से जुड़े सारे सामान झंडे, बैच, टोपी व बैलून आदि गुजरात, अहमदाबाद, सूरत आदि जगहों से सामान लाया जाता हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार व्यवसाय में लगभग करोड़ों से अधिक का मुनाफा होने की उम्मीद है। हालांकि 1 झंडे को 4-8 रु. में बेचा जा रहा है। वहीं प्लास्टिक के झंडे की कीमत कपड़ों के झंडे की तुलना में कम है, लेकिन ​फिर भी उसके ज्यादा डिमांड बाजारों में नहीं है। अशोक सिंह कहा कि चुनाव के दौरान अभी तक तृणमूल पार्टी के झंडे की ज्यादा डिमांड है। हालांकि पार्टियां और प्रत्याशी यहीं से खरीदारी करना पसंद करते हैं। चुनाव प्रचार से जुड़ी वैराइटी भी यहां खूब है। पार्टियों के झंडे व बैच, चुनाव निशान व नेताओं की तस्वीर वाले चाबी के छल्ले, बैलून, टोपी, थैले, बैग, टी शर्ट, साड़ी जैसे सामान यहां आसानी से मिल जाता हैं।

अजय साव ने कहा कि ‘मोदी का परिवार’ लिखी हुई टीशर्ट व टोपी की अच्छी बिक्री हो रही है। व्यापारियों का कहना है कि भाजपा व इसके नेताओं की प्रचार सामग्री की मांग आने लगी है। आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। इसी तरह से अन्य पार्टियों से भी आर्डर मिल रहे हैं। भाजपा के साथ ही सीमित मात्रा में कांग्रेस, तृणमूल व माकपा आदि के चुनाव निशान वाले झंडे आदि की डिमांड है।

Visited 116 times, 1 visit(s) today
शेयर करे
0
0

Leave a Reply

ऊपर