नई दिल्ली ः भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही दुश्मनी हो, दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंध लगभग खत्म हो चुके हों, भारत भले ही पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने को राजी न हो, किन्तु फिर भी भारत के लोग पाकिस्तान जा सकते हैं, वह भी बिना वीजा। हालांकि, यह व्यवस्था केवल पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक सीमित है और वह भी करतारपुर गलियारे से होकर। यानी भारत के श्रद्धालु बिना वीजा लिए करतारपुर कॉरिडोर से होकर पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर सकते हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सिखों को भारत स्थित डेरा बाबा नानक जाने के लिए भारतीय वीजा लेना अनिवार्य है।
इन नियमों का रखें ख्याल
गुरु नानक जयंती पर अनेक श्रद्धालू किरतारपुर साहिब के दर्शन करने जाना चाहते हैं, किन्तु उन्हें पाकिस्तान जाने से पहले कुछ नियमों को जान लेना चाहिए –
1. जो श्रद्धालु करतारपुर साहिब जाना चाहते हैं, उन्हें अपनी यात्रा की तारीख का पंजीकरण पहले से ही कर लेना चाहिए।
2. जिन श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी, उन्हें रजिस्टर की गई ईमेल पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेवल ऑथोराइजेशन यानी ईटीए भेजा जाएगा।
3. यात्रा के दिन उन्हें ईटीए की एक कॉपी और वैध भारतीय पासपोर्ट या ओसीआई कार्ड लेकर डेरा बाबा नानक स्थित सेंटर पर पहुंचना होगा।
4. केवल पंजीकरण करने से किसी श्रद्धालु को पाकिस्तान जाने का अधिकार नहीं मिल जाता है।
5. करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 11 हजार रुपये या इतनी ही मुद्रा के अमेरिकी डॉलर ले जाने की अनुमति दे दी है।
6. श्रद्धालु के पास भारतीय वैध पासपोर्ट होना चाहिए तथा जिस दिन वे करतारपुर जाएंगे, उसी दिन शाम तक उन्हें वापस लौटना होगा। यानी पाकिस्तान में रुकने की अनुमति नहीं है।
7. करतारपुर कॉरिडोर से होकर पाकिस्तान जाने वालों को केवल श्री करतारपुर साहिब तक जाने की अनुमति होगी, पाकिस्तान में वे अन्य किसी भी स्थान पर नहीं जा सकते।
8. श्रद्धालु केवल 7 किलो वजन तक का एक बैग अपने साथ ले जा सकते हैं जिसमें पीने के पानी का वजन भी शामिल है।
9. करतार जाने के लिए अंतिम जत्था शाम 3 बजे रवाना होगा और श्रद्धालुओं को सूर्यास्त से पहले वापस आ जाना होगा।
10. श्रद्धालुओं को सभ्य वस्त्रों में होना चाहिए तथा सिख परम्परा के अनुसार सिर पर कपड़ा होना चाहिए।
कैसे पहुंचे करतारपुर?
1. करतारपुर के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट अमृतसर का है।
2. करतारपुर कॉरिडोर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन डेरा बाबा नानक है।
3. दोनों देशों के बीच गोल्फ कार्ट या बसों या फिर पैदल आया-जाया जा सकता।