हजारीबाग: BJP ने हजारीबाग से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को कारण बताओ नोटिस भेजा है। दरअसल, हजारीबाग से इस बार मनीष जायसवाल को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद सिन्हा चुनाव प्रचार में नहीं दिख रहे थे। BJP का दावा है कि इससे पार्टी की छवि खराब हुई। सोमवार को वह कथित तौर पर अपना वोट भी डालने नहीं गए। उनके पिता यशवंत सिन्हा वाजपेयी सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री रहे हैं।
नोटिस में क्या लिखा है?
61 साल के सिन्हा ने मार्च में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद दूसरे कैंडिडेट को इस हाई-प्रोफाइल सीट से खड़ा किया गया। BJP के झारखंड प्रदेश महासचिव आदित्य साहू ने नोटिस में कहा, ‘जब से पार्टी ने मनीष जायसवाल को हजारीबाग लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है, तब से आप (जयंत) संगठनात्मक कार्यों और चुनाव प्रचार में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। आपने अपने मताधिकार का प्रयोग करना भी उचित नहीं समझा। आपके इस आचरण के कारण पार्टी की छवि खराब हुई है।’
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हो सकती है कार्रवाई
पार्टी ने जयंत सिन्हा से दो दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। भविष्य में क्या कार्रवाई की जा सकती है, जब इस बारे में पूछा गया तो साहू ने कहा कि यह जयंत सिन्हा के जवाब पर निर्भर करेगा। 2 मार्च को जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से आग्रह किया था कि वह उन्हें चुनावी दायित्व से मुक्त करें। वह भारत और दुनिया में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर अपने प्रोजेक्ट पर फोकस करना चाहते हैं।