राज्य सरकार ला रही है बिल: 10 दिनों में बलात्कारियों को मृत्यु दंड, ममता की घोषणा | Sanmarg बलात्कारियों को 10 दिनों में मृत्यु दंड, बिल ला रही है राज्य सरकार : ममता

राज्य सरकार ला रही है बिल: 10 दिनों में बलात्कारियों को मृत्यु दंड, ममता की घोषणा

कोलकाता : महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या को लेकर राज्य में पिछले 15 दिनों से अधिक समय से उबाल है। तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर आयोजित सभा से सीएम ने कहा कि बलात्कारियों के लिए एक मात्र सजा फांसी है। अगले सप्ताह उन्होंने विधानसभा में विशेष सत्र बुलाने के लिए स्पीकर से कहा है। सूत्राें के मुताबिक 2 सितंबर को सत्र बुलाया गया है। 3 सितंबर को बिल पेश किया जायेगा। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार की नीति ‘बलात्कार संबंधी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने’ की है। अगले सप्ताह राज्य विधानसभा में एक विधेयक पारित किया जाएगा, ताकि दुष्कर्म के अपराधियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित किया जा सके। 10 दिनों में सजा तय हो जाये। यदि राज्यपाल संशोधित विधेयक को मंजूरी देने में देरी करते हैं या इसे अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति के पास भेजते हैं तो वह राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगी। सीएम ने कहा कि भाजपा के बंद का उद्देश्य बंगाल को बदनाम करना है। बलात्कार-हत्या मामले की जांच को पटरी से उतारने की साजिश है। 16 दिन बीत गये सीबीआई की न्याय कहां है? ममता बनर्जी ने पीएम माेदी पर जमकर हमला बोला। सीएम ने आरोप लगाया कि मोदी बाबू बंगाल में आग लगवा रहे हैं। फंडिंग कर रहे हैं। ममता ने कहा कि ‘कुछ लोग सोचते हैं कि यह बांग्लादेश है! याद रखें अगर बंगाल में आग लगी तो असम व नॉर्थ ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार-झारखंड-दिल्ली भी नहीं बचेंेंगे। मैं आपकी (नरेंद्र मोदी) कुर्सी भी हिला दूंगी। ममता बनर्जी ने साफ कहा कि बंगाल में रहने के लिए बंगाल को प्यार करना होगा।

बलात्कारियों को 10 दिनों में मृत्यु दंड, बिल ला रही है…

बंगाल में रहेंगे और बंगाल पर ही अत्याचार करेंगे यह मैं नहीं मानूंगी। अभी भी मैं बर्दाश्त कर रही हूं, धैर्य रख रही हूं लेकिन सहनशीलता की सीमा पार हुई तो मैं क्या कर सकती हूं आप नहीं जानते हैं क्योंकि मैं आंदोलन से जन्मी हूं और आंदोलन में ही मृत्यु होगी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की तरह इस राज्य में भी सरकार को हटाने की योजना है। ममता ने कहा कि अगर बंगाल में आग लगी तो मैं आपकी कुर्सी भी हिला दूंगी।

‘परिवर्तन’ की जगह ममता ने किस ओर संकेत दिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मुझे बहुत गालियां दी गईं, मेरा बहुत अपमान किया गया। मैंने बहुत सोचा है लेकिन मैंने देखा कि मैंने उनसे कभी बदला नहीं लिया। हमने कहा है कि हम उनके ख़िलाफ़ बदलाव चाहते हैं, बदला नहीं। कुछ सेकेंड की चुप्पी के बाद उन्होंने फिर कहा कि पर मैं आज आपको बता रही हूं, आप अच्छी तरह समझ जाएंगे कि क्या करना है।

काम पर लौटे डॉक्टर, हम एफआईआर नहीं चाहते

ममता बनर्जी ने आंदोलनकारी डॉक्टरों से एक बार फिर अपील की कि वे काम पर लौट आयें। कई मरीजों की मौत हो गयी है। उन्होंने कहा कि ‘डॉक्टरों के इस मुद्दे के प्रति शुरू से ही मेरी सहानुभूति रही है, क्योंकि वे अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद हमने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। हम आपका दर्द समझते हैं, लेकिन कृपया अब काम पर लौट आएं, क्योंकि मरीज परेशान हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को उपाय करने के लिए विशेष अधिकार दिये हैं लेकिन मैं आपलोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करूंगी। ममता ने कहा कि हमारे पास एक मानवीय चेहरा है हम नहीं चाहते कि किसी की जिंदगी बर्बाद हो। अगर हमने एफआईआर दर्ज कराई या कोई कानूनी कार्रवाई की तो आपका करियर बर्बाद हो जाएगा।

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