शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली जायेंगी दीदी | Sanmarg

शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली जायेंगी दीदी

ममता बनर्जी सर्वसम्मति से संसदीय समिति का अध्यक्ष मनोनीत

कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण करने के बाद सीएम ममता बनर्जी एक दिन के दिल्ली दौरे पर जाएंगी। हालांकि उनके दिल्ली दौरे की तारीख तय नहीं है। सीएम ममता बनर्जी ने शनिवार को कालीघाट स्थित अपने आवास पर पार्टी सांसदों और शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं अभी दिल्ली नहीं जा रही हूं लेकिन अपने सांसदों के शपथ ग्रहण के बाद मैं उन्हें कुछ जरूरी निर्देश और सलाह देने के लिए एक दिन के लिए भी दिल्ली जा सकती हूं। फिलहाल उनके दिल्ली जाने की तारीख तय नहीं हुई है। हालाँकि, मुख्यमंत्री ने इंडिया एलायंस के प्रतिनिधियों को कोलकाता आमंत्रित किया।

सीएम ने कहा कि हमारे दरवाजे हमेशा सबके लिए खुले हुए हैं। मैं इंडिया गठबंधन को कोलकाता में आमंत्रित करती हूं। दरअसल मुख्यमंत्री संसद सत्र चालू रहने के दौरन दिल्ली जाना पसंद करती हैं। सूत्रों का मानना ​​है आनेवाले मानसून सत्र में भी वे एक दो दिन के लिए दिल्ली जा सकती हैं। ममता बनर्जी को सर्वसम्मति से संसदीय समिति का अध्यक्ष मनोनीत किया गया, जिसके लिए उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया। नामों का ऐलान करने के साथ ही पार्टी सुप्रीमो ममता ने संसद की रणनीति भी तय की। उन्होंने कहा, हम संसद में बैठने नहीं जा रहे हैं। हम सीएए, एनआरसी को रद्द करने की मांग को लेकर मुखर रहेंगे।

हम अपना बकाया भुगतान की मांग करेंगे, इसे पूरा करना ही होगा। ममता ने कहा कि हम चाहते हैं कि राज्य का जो भी बकाया है, वह पहले चुकाया जाए। इस बार हमारे पास ज्यादा ताकत है। संसद में पार्टी को दो तीन जरूरी काम करने होंगे। पहल यह कि डेरेक-डोला-नदीमुल-सागरिका किशन परिवार से मिलने हरियाणा जाएंगे। वे अपनी दैनिक मजदूरी की मांग संसद में उठाएंगे। दूसरा यह कि शेयर बाजार इतना कैसे बढ़ गया? जरूर दाल में कुछ काला है। मतदान के दिन, नतीजे के दिन जो कुछ भी हुआ, वह एक बड़ा घोटाला है। हम इसकी जांच की मांग करंगे। राजनीतिक दलों को तोड़ने के लिए भी ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं सभी सांसदों से कहूंगी कि आप अपनी पार्टी को मजबूत करें। बीजेपी ने फिर से पार्टी को तोड़ने की कोशिश शुरू कर दी है। उन्हें समझना होगा कि पार्टी को तोड़ना ठीक नहीं है। अगर आप ऐसे ही चलते रहे तो, आपकी अपनी पार्टी टूट जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मैं अलोकतांत्रिक, गैरकानूनी तरीके से बनी इस सरकार को बधाई नहीं दे सकती, मुझे खेद है।

 

Visited 178 times, 1 visit(s) today
शेयर करे
0
0

Leave a Reply

ऊपर