मुंबईः स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स 391 अंक उछलकर नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। वाहन और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियों के शेयरों में लिवाली और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पूंजी प्रवाह से एनएसई निफ्टी भी नये शिखर पर पहुंच गया। शेयर बाजार में तेजी के बीच बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 451.27 लाख करोड़ रुपये के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
मार्केट कैप नये रिकार्ड स्तर पर
इस तेजी के बीच बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण बढ़कर 4,51,27,853.30 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। मंगलवार को निवेशकों की संपत्ति में 1.56 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई।बीएसई का सेंसेक्स 391.26 अंक यानी 0.49 प्रतिशत चढ़कर अपने अबतक के उच्चतम स्तर 80,351.64 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 436.79 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 80,397.17 अंक तक गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 112.65 अंक यानी 0.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,433.20 अंक के नये शिखर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 123.05 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 24,443.60 अंक तक गया था। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.36 प्रतिशत चढ़ गया जबकि स्मॉलकैप में 0.22 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू एवं वैश्विक दोनों कारक बाजार को दिशा दे रहे हैं। फिलहाल एफएमसीजी और वाहन जैसे खपत-आधारित उद्योग इस तेजी की अगुवाई कर रहे हैं और मानसून एवं खरीफ की बुवाई से उसे समर्थन मिल रहा है।’’ नायर ने कहा कि विदेशी निवेशकों का प्रवाह बने रहने से भी सकारात्मक असर देखा जा रहा है। हालांकि, निवेशकों को अब कंपनियों के अप्रैल-जून तिमाही के वित्तीय नतीजों का इंतजार है और इससे बाजार की दिशा निर्धारित हो सकती है।
वैश्विक बाजार
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85.31 डॉलर प्रति बैरल रहा।
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