सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : हरी सब्जियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। कई प्रदेश में भीषण गर्मी का असर सब्जियों के दामों पर दिखने लगा है, जिसके कारण सब्जियों के दामों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सब्जियों के दाम अधिक होने के कारण कई गरीब परिवारों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इधर मंडियों में विक्रेताओं को सब्जियां कम बिकने से भारी नुकसान हो रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल जून में सब्जियों के दाम डबल हो गए हैं। प्रदेश में टमाटर से लेकर नींबू के भाव पर जबरदस्त असर पड़ रहा है, हालांकि बारिश ने शुरू में राहत की उम्मीद जगाई, लेकिन यह सब्जी उत्पादन के लिए एक आपदा साबित हुई है। खासकर शिमला, बैगन, करैला और भिन्डी जैसी महत्वपूर्ण सब्जियों को प्रभावित किया है। ऐसे में अब कई लोग सब्जियां खरीदने से भी कतरा रहे हैं।
शिमला मिर्च और बैगन की कीमत सबसे तेज
शिमला मिर्च की कीमत 180 रुपये प्रति किलोग्राम है। बैगन 120 रुपये प्रति किलोग्राम, करैला 80 रुपये किलोग्राम है। भिन्डी 80 रुपये किलोग्राम और बरबटी 80 रुपये किलोग्राम है। वहीं पटल जैसी अन्य सब्जियों की भी कीमत बढ़ी है। लौकी 40 रुपये किलोग्राम बिक रही है।
क्याें भाव बढ़ रहा है सब्जियों का, जानने राज्यपाल पहुंचे बाजार
सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। आम जनता परेशान है। अब राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंदा बोस सब्जियों का मोल जानने के लिए खुद ही बाजार में पहुंच गये। ‘ग्राउंड जीरो’ के गवर्नर सोमवार को कैनिंग में गए। वहां से लौटते समय राज्यपाल का काफिला अचानक पागलहाट पर रुका। राज्यपाल की कार रुकी और वे सीधे सब्जी मंडी में चले गए। राज्यपाल ने खुद सब्जियाें को हाथ में लेकर दाम पूछा। उन्होंने दुकानदारों से पूछा कि आखिर क्यों दाम में बढ़ाेतरी हो रही है?