कोलकाता : दिल्ली से कोलकाता आ रही उड़ानों का किराया आसमान छू रहा है। ऐसे में शुक्रवार को टिकट 25 हजार से अधिक कीमतों पर बिके। यही नहीं शनिवार को भी दिल्ली से कोलकाता आ रही उड़ानों का किराया 20 से 25 हजार तक पहुंच गया। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बारे में ट्रैवेल एजेंट्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया, ईस्ट के सेक्रेटरी व एयरकॉम ट्रैवेल्स के चेयरमैन अंजनी धानुका ने कहा कि दिल्ली से कोलकाता आने वाली उड़ानों का किराया इतना अधिक क्यों हैं, यह समझ नहीं आ रहा है। इससे पहले शुक्रवार को कोलकाता आने के लिए एक-एक टिकट 25 हजार से अधिक में बिके हैं। उड़ानों में सीट नहीं होने के कारण भाया रांची कई लोगों को टिकट करवाने पड़े। जो यात्रा ढाई से 3 घंटे में पूरी होती है, उसके लिए 6 घंटे का समय लग गया।
यह हो सकता है मुख्य कारण
एक तो गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने के कारण अब लोग विभिन्न पर्यटन स्थलों से लौट रहे हैं। वहीं दूसरी ओर चुनाव समाप्त होने के बाद फिर से अब व्यवसाय व काम काज के लिए लोग दिल्ली व अन्य गंतव्यों के लिए निकल रहे हैं और लौट रहे हैं। इसके अलावा यूरोपियन देशों से घूम कर कोलकाता पहुंच रहे लोगों को दिल्ली से कोलकाता लौटना पड़ रहा है। इस कारण भी उड़ानों के किराये में बढ़ोतरी हो सकती है। ट्रैवेल जगत के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के पहले से ही दिल्ली के लिए व वहां से आने वाली उड़ानों के किराये में बढ़ोतरी हुई है। लगभग तीन गुना किराया हो गया है।
एयरलाइंस का यह है कहना
एयरलाइन्स का कहना है कि किराए सप्लाई और डिमांड के आधार पर तय होते हैं। भारत की दो सबसे बड़ी एयरलाइन्स इंडिगो, जिसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग 60 प्रतिशत है और टाटा ग्रुप की एयरलाइन्स, जिसकी हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत है, दोनों से अधिकतर यात्री अपनी बुकिंग करते हैं। एयरलाइंसों की माने तो विमानों का ऑडर दिया गया है। जैसे विमान आएंगे, उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाएगी, इससे किराये में कमी आ सकेगी।
20 उड़ानें प्रतिदिन आती हैं कोलकाता
कोलकाता से दिल्ली आने व जाने वाली उड़ानों की संख्या प्रतिदिन 40 के करीब है। कोलकाता से जाने वाली 20 उड़ानों का किराया लगभग 5.5 से 7.5 हजार के बीच है। वहीं दिल्ली से कोलकाता आने वाली उड़ानों के फेयर में आग लगी हुई है। कुछ लोग इसका कारण दिल्ली से कोलकाता आने वाले यात्रियों की अधिक संख्या को मान रहे हैं तो कुछ का मानना है कि दिल्ली से और अधिक उड़ानों की संख्या होनी चाहिए। व्यवसायी पवन अग्रवाल ने बताया कि उन्हें बिजनेस काॅन्फ्रेंस अटेंड करने के लिए दिल्ली और मुम्बई जाना था। कोलकाता से दिल्ली का किराया तो कम था लेकिन दिल्ली से मुम्बई का किराया काफी अधिक था। दिल्ली से मुम्बई जाने के लिए भी 20 हजार रुपये उन्हें खर्च करने पड़े।