बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी पर निशाना साधा और उन्हें भाजपा के साथ गठबंधन के बाद छात्रों के पाठ्यक्रम में भगवद गीता को शामिल करने की मांग के लिए शनिवार को ‘मनुवादी’ करार दिया।
कुमारस्वामी ने भगवद् गीता को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने का अनुरोध किया
कुमारस्वामी ने हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर छात्रों के पाठ्यक्रम में भगवद् गीता को शामिल करने का अनुरोध किया था। इसी के बाद मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री की आलोचना की है। सिद्धरमैया ने यहां भीमराव आंबेडकर के 70वें महापरिनिर्वाण पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुमारस्वामी ने चुनावों के लिए भाजपा से हाथ मिलाया और इसके बाद से वह मनुवादी बन गए हैं।’’
जाति व्यवस्था से तंग आकर आंबेडकर ने बौद्ध धर्म स्वीकारा
मुख्यमंत्री ने आंबेडकर को याद करते हुए संविधान में उनके योगदान और सामाजिक न्याय प्रदान करने के लिए उनके अथक संघर्ष पर प्रकाश डाला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हिंदू धर्म में सामाजिक और जाति व्यवस्था से तंग आकर तथा इसमें सुधार न कर पाने के कारण आंबेडकर ने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया।
आंबेडकर हिन्दू नहीं
उन्होंने कहा, ‘‘आंबेडकर ने अपने जीवन के अंतिम समय में हिंदू धर्म छोड़ दिया और बौद्ध धर्म अपना लिया। उनका जन्म हिंदू धर्म में हुआ था, लेकिन वे हिंदू धर्म में नहीं मर सकते थे, क्योंकि कई प्रयासों के बावजूद वे हिंदू धर्म में सुधार नहीं ला सके, इसलिए उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया।’’