नई दिल्ली: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ को लेकर सांसदों की तरफ से जो शिकायतें आई हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा इस योजना में किसी भी तरह की गड़बड़ी स्वीकार नहीं की जाएगी।
पाटिल ने यह भी बताया कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत अब तक 15 करोड़ घरों में पानी पहुंचा दिया गया है तथा चार करोड़ और घरों में पानी पहुंचाने का काम जारी है। उनका कहना था कि इस बार भी योजना के लिए 67 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
मंत्री ने कहा कि कई सांसदों द्वारा शिकायतें की गई हैं, जिन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देश दिया है कि हर घर में पानी देना पड़ेगा, सिर्फ नल डालकर छोड़ देंगे तो कार्रवाई होगी।’’ पाटिल ने कहा कि कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
हर घर जल योजना (जल जीवन मिशन)
भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसकी शुरुआत 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य 2024 तक देश के हर ग्रामीण घर में नल के माध्यम से सुरक्षित एवं पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है।यह योजना जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत चल रही है। अब तक 15 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन मिल चुके हैं।
गोवा, तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात, पंजाब जैसे कई राज्य 100% कवरेज हासिल कर चुके हैं। योजना में पाइपलाइन, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, ओवरहेड टैंक और सामुदायिक भागीदारी पर जोर दिया जाता है। ग्राम पंचायत और स्थानीय लोग जल प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। यह योजना न केवल पानी की उपलब्धता बढ़ाती है बल्कि महिलाओं और बच्चों का समय भी बचाती है।