भारत

दिव्यांगजनों की उपलब्धियों का सम्मान, राष्ट्रपति मुर्मू ने समाज से दृष्टिकोण बदलने की अपील की

राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में दिव्यांगजनों के साहस और प्रेरणा को उजागर करते हुए सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव पर जोर

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को दिव्यांगजनों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए समाज से उनकी पूर्ण एवं समान भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया। मुर्मू ने 'दिव्यांगजन सशक्तिकरण' के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वालों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वह पुरस्कार प्रदान करते हुए 'विशेष रूप से प्रसन्न' हैं। उन्होंने साथ ही इस पहल के लिए केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

राष्ट्रपति ने किया सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव का आह्वान

राष्ट्रपति ने सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव का आह्वान करते हुए इस बात पर बल दिया कि एक विकसित समाज वही है जिसमें 'दिव्यांग व्यक्तियों' की समान भागीदारी हो। मुर्मू ने कहा कि दिव्यांग समुदाय के लोगों को राष्ट्र के विकास में समान रूप से योगदान करने में सक्षम होना चाहिए और सभी नागरिकों की यह सामूहिक जिम्मेदारी है कि उनके प्रति सम्मान, अवसर की उपलब्धता और उदारता सुनिश्चित की जाए।

दृष्टिबाधित महिला टी-20 विश्व कप की विजेता टीम का किया उल्लेख

दृष्टिबाधित महिला टी-20 विश्व कप की विजेताओं के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए मुर्मू ने कहा कि खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय पहचान हासिल करने के लिए सभी बाधाओं को पार कर लिया है। राष्ट्रपति ने महिला टी-20 विश्व कप जीतने वाली खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘मुझे इन सभी लड़कियों पर गर्व है। इन खिलाड़ियों के साहस ने उन्हें देश भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बना दिया है।’’

राष्ट्रपति भवन द्वारा की गई पहल का उल्लेख किया

राष्ट्रपति ने देहरादून में मिली एक युवा लड़की के बारे में भी बात की तथा बताया कि कैसे उसके गायन से लोगों की आंखों में आंसू आ गए। मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में हाल ही में की गई पहलों पर प्रकाश डाला, जिनका उद्देश्य समावेशन है, जिसमें 2024 में आयोजित 'पर्पल फेस्ट' शामिल है। 'पर्पल फेस्ट' का आयोजन दिव्यांग व्यक्तियों की प्रतिभा का जश्न मनाने के लिए किया जाता है।

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