सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता एयरपोर्ट पर सबसे लंबा टैक्सी वे ए, जिसका आधे से अधिक हिस्सा मरम्मत के कारण बंद था, शुक्रवार को टैक्सी वे सी के साथ फिर से खोल दिया गया। दोनों टैक्सी ट्रैकों के पुनरुद्धाटन से कोलकाता एयरपोर्ट पर जमीनी रुकावटें काफी हद तक कम होंगी और परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी। सूत्रों के अनुसार, विमानों का रनवे पर रहने का समय भी कम होगा, क्योंकि वे टैक्सी वे सी का उपयोग करके रनवे से बाहर निकल सकते हैं और टैक्सीवे ए पर आगे बढ़ सकते हैं।
एयरपोर्ट डायरेक्टर ने यह कहा
टैक्सी वे ए, जो टर्मिनल के सबसे नजदीक है। इसकी कुल लंबाई 2,940 मीटर है, जिसमें से 1,644 मीटर हिस्सा मरम्मत कार्य के लिए बंद था। एयरपोर्ट डायरेक्टर डॉ. प्रबत रंजन बेउरिया ने कहा, “ये टैक्सी वे कोलकाता एयरपोर्ट के सबसे पुराने टैक्सीवेज में से हैं और इन्हें परिचालन और एप्रन क्षेत्र के उन्नयन प्रक्रिया के तहत मजबूत किया जा रहा था।” एयरलाइंस के अधिकारियों ने कहा कि यह विकास विशेष रूप से व्यस्त समय में जमीनी यातायात की आवाजाही को आसान बनाने में मदद करेगा। एक अधिकारी ने बताया, “पहले कोलकाता एयरपोर्ट पर उड़ानें सीमित थी लेकिन अब पूरे दिन रहती है जिसमें छह से सात पीक आवर्स हैं। यदि टैक्सीवे ए और समानांतर टैक्सीट्रैक ए दोनों चालू हैं, तो यह बहुत बड़ी मदद है।”
पायलटों की राय
एक पायलट ने यह भी बताया कि पूरे टैक्सी वे ए की उपलब्धता उड़ानों को मौसम बदलने पर उत्तर और दक्षिण दिशा के बीच संचालन बदलने की सुविधा देती है। एक हवाई अड्डा अधिकारी ने कहा कि टैक्सीवे ए पुनरुद्धाटन हवाई अड्डा-न्यू बैरकपुर मेट्रो कार्य के दौरान निर्बाध उड़ान संचालन के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने समझाया, “मेट्रो निर्माण के दौरान हवाई अड्डे की बाउंड्री वॉल को अस्थायी रूप से हवाई अड्डे के परिसर के अंदर स्थानांतरित करना होगा, जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों द्वारा उपयोग किए जाने वाले बड़े विमान टैक्सीवे एन और पी का उपयोग नहीं कर पाएंगे, जो प्रस्थान करने वाले विमानों को प्राथमिक रनवे के उत्तरी छोर तक सीधे ले जाते हैं। ऐसे में ये विमान टैक्सीवे ए का उपयोग कर सकेंगे।”