अलीपुरदुआर : डुआर्स के दलगांव चाय बागान में तेंदुआ का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच चाय बागान से एक और तेंदुए को पिंजरे में कैद किया गया है। बुधवार को अलीपुरदुआर जिले के फालाकाटा ब्लॉक के दलगांव चाय बागान सेक्शन में वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में एक और तेंदुआ आकर फंस गया। वन विभाग के अधिकारी और वनकर्मी मौके पर पहुंचे और पिंजरे में फंसे तेंदुए को बरामद कर ले गए। पता चला कि लंबे समय से चाय बागान में तेंदुए का आतंक चल रहा है।
तेंदुए द्वारा हमले की घटनाएं घट रही
पिछले कई हफ्तों से लगातार चाय बागान में काम करते वक्त श्रमिकों पर तेंदुए द्वारा हमले की घटनाएं घट रही है। पिछले 18 अप्रैल को भी चाय बागान में काम करते वक्त तेंदुए के हमले से दशमी टूडु नाम के एक श्रमिक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उससे पहले पिछले 20 मार्च को भी चाय बागान में काम करते वक्त सीमा खड़िया नाम की श्रमिक महिला पर तेंदुआ ने हमला किया और महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। बागान में श्रमिकों के ऊपर लगातार हो रहे तेंदुए के आक्रमण की घटना के मद्देनजर मजदूर काफी डर के साये में काम कर रहे थे। इधर श्रमिकों में बने आतंक को देखते हुए बाद में वन विभाग ने चाय बागान में पिंजरा लगाया।
27 मार्च को प्रथम बार फंसा था एक तेंदुआ
पिछले 27 मार्च को बागान में लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुआ कैद हुआ था और उसके बाद बुधवार सुबह-सुबह फिर एक और तेंदुआ बागान में लगाए गए पिंजरे में फंस गया। उस दिन स्थानीय लोगों ने बागान में एक तेंदुए को पिंजरे में बंद देखा और वन विभाग को सूचित किया। खबर मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और वनकर्मी पहुंचे और तेंदुए को बरामद किया। श्रमिकों ने कहा कि हमारा चाय बागान तेंदुए से भर गया है, आए दिन तेंदुआ श्रमिकों पर हमला कर रहा है। तेंदुआ चाय बागान के नाले और झाड़ियों में छिपकर बैठा रहता है और अचानक श्रमिकों पर हमला कर देता है। ऐसी स्थिति में वन विभाग ने बागान में एक पिंजरा लगाया था। लोग आशंका कर रहे हैं कि बागान में और भी तेंदुए हो सकते हैं। बागान के विभिन्न क्षेत्र में पिंजरा लगाकर अन्य तेंदुए को भी पकड़ने की आवश्यकता है। तभी श्रमिक खुद को सुरक्षित महसूस करके आराम से कम कर पाएंगे।