पश्चिम बंगाल

उपचुनाव के लिए वेबकास्टिंग एजेंसी की चयन प्रक्रिया पर तृणमूल ने उठाया सवाल

चंद्रिमा ने कहा- मन में संदेह उठ रहा है कि गुजरात की कंपनी ही क्यों

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने कालीगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए वेबकास्टिंग एजेंसी की चयन प्रक्रिया के संबंध में चिंताए व्यक्त की है। सवाल उठाया है कि गुजरात की कंपनी का चयन करने के पीछे कोई राजनीति तो नहीं। बुधवार को मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने इस संबंध में चीफ इलेक्शन कमिश्नर को पत्र दिया है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि हम कालीगंज विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के आगामी उपचुनाव में वेबकास्टिंग सेवाओं के लिए एजेंसियों के चयन के संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय की कुछ संदिग्ध घटनाओं पर अपनी गंभीर चिंता और आश्चर्य व्यक्त करने के लिए बाध्य हैं। चंद्रिमा ने कहा कि चुनाव आयोग ने 2 जून को वेब कास्टिंग के लिए एक टेंडर निकाला था। 100 ह्वीकल पर कैमरा लगाकर देखना होगा। प्रि बीड में जिसने हिस्सा लिया है उन्होंने भी इसका विरोध किया था। 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा नहीं हुआ था। 2024 में भी नहीं हुआ था। बाद में 3 कंपनियों ने इसमें हिस्सा लिया। दो कंपनियां डिस्क्वालीफाई हो गयी जबकि गुजरात की कंपनी सौ प्रतिशत नंबर पा गयी। हमलोग चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं लेकिन हमारे मन में संदेेह हो रहा है कि क्या इसके पीछे कोई और वजह तो नहीं है? इसे एक साल के लिए दिया गया है। बंगाल का चुनाव 2026 में होगा। क्या इसके पीछे काेई वजह तो नहीं?

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