बीएसएफ जवान की पत्नी रजनी साव और मां देवंती देवी 
पश्चिम बंगाल

रिसड़ा के बीएसएफ जवान के घर लौटने में हैं देर, जवान की पत्नी जाएंगी पठानकोट

सन्मार्ग संवाददाता

हुगली : बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साव पाकिस्तान में तीन सप्ताह तक बंदी रहने के बाद पाकिस्तान ने बुधवार को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत को सौंप दिया। इसके बाद उन्होंने पठानकोट पहुंचकर अपनी पत्नी रजनी साव को वीडियो कॉल किया। रात नौ बजे एक बार फिर फोन कर पत्नी से बातचीत की। रजनी ने बताया कि पूर्णम पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्होंने खुद ये बात कही है। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए। भारत-पाक तनाव के बीचवह अभी घर नहीं लौट सकेंगे। संभव है कि अगले सप्ताह वह पठानकोट जाकर अपने पति से मिलें। रजनी ने कहा, सबने हमारा समर्थन किया और भारत - पाक तनाव के दौरान मेरे लिए मेरे पति की वापसी के लिए प्रार्थना की। उन्होंने आगे बताया, बुधवार की रात नौ बजे पूर्णम का फोन आया था। उन्होंने कहा कि खाना खा लिया है, सब ठीक है। जल्दी ही रिसड़ा लौटेंगे। उनके पास खुद का फोन नहीं है, एक सहकर्मी के फोन से उन्होंने बात की। मुझे इसी बात से सुकून है कि वह भारत में हैं और अपने कार्यस्थल पर हैं। देर से घर लौटने से कोई परेशानी नहीं है। जब भी लौटेंगे, उनके लिए बहुत भव्य वेलकम पार्टी की जाएगी। बीएसएफ हेडक्वार्टर से भी बातचीत हुई है। रजनी को वहां बुलाया जा सकता है, जिसके लिए वह पठानकोट जा सकती हैं। गुरुवार को सीपीआईएम नेता देबब्रत घोष, तीर्थंकर राय और मिथुन चक्रवर्ती पूर्णम के घर पहुंचे। उन्होंने जवान की पत्नी रजनी और मां देवंती देवी से मुलाकात की, फूलों का गुलदस्ता और मिठाई भेंट की।


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