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पश्चिम बंगाल

बंगाल SIR में हुई अब AI की एंट्री , AI पकड़ेगा गलतियां !

मतदाता डेटाबेस में तस्वीरों में चेहरे की समानता का विश्लेषण करके AI प्रणाली कई स्थानों पर पंजीकृत व्यक्तियों की पहचान करने में मदद करेगी।

कोलकाता : निर्वाचन आयोग पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान फर्जी या मृत मतदाताओं के नाम शामिल होने से रोकने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित सत्यापन प्रणाली शुरू करने की तैयारी में है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

AI ऐसे करेगा मदद

मतदाता डेटाबेस में तस्वीरों में चेहरे की समानता का विश्लेषण करके एआई प्रणाली कई स्थानों पर पंजीकृत व्यक्तियों की पहचान करने में मदद करेगी। अधिकारी ने बताया, ‘मतदाताओं की तस्वीरों विशेषकर प्रवासी श्रमिकों की तस्वीरों के दुरुपयोग के संबंध में शिकायतों की संख्या में वृद्धि के कारण हम एआई की मदद ले रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘एआई से चेहरे की मिलान प्रौद्योगिकी का उपयोग उन मामलों का पता लगाने के लिए किया जाएगा, जहां एक ही मतदाता की तस्वीर मतदाता सूची में कई स्थानों पर दिखाई देती है।’ उन्होंने कहा कि यह उपाय महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि ऐसी शिकायतें बढ़ रही हैं कि मतदाता पंजीकरण के दौरान प्रवासी श्रमिकों की तस्वीरों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

हालांकि, अधिकारी ने कहा कि बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) सत्यापन प्रक्रिया में केंद्रीय भूमिका निभाते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘एआई सत्यापन में सहायता करेगा। लेकिन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के बावजूद बीएलओ की भूमिका महत्वपूर्ण बनी रहेगी। उन्हें घर-घर जाकर मतदाताओं की तस्वीरें लेनी होंगी।’ उन्होंने कहा, ‘यदि गणना और फॉर्म भरने के बाद कोई फर्जी या मृत मतदाता पाया जाता है, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित मतदान केंद्र के बीएलओ की होगी।’

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में जब से SIR की प्रक्रिया शुरू हुई है, तबसे ही हर रोज किसी न किसी गड़बड़ी की खबर सामने आ रही है। ऐसे में चुनाव आयोग के द्वारा उठाए जा रहे इस कदम से निश्चित रूप से मतदाता को राहत मिलेगी।

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