लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती पर उन्हें याद किया। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर आदित्यनाथ ने लिखा, सर्वसमावेशी, सर्वहितग्राही, उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से दीप्त, एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को समृद्ध करते भारतीय संविधान के शिल्पकार, बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। उन्होंने कहा, वे सच्चे अर्थों में ‘भारत रत्न’ एवं लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समतामूलक एवं न्यायप्रिय समाज की स्थापना के लिए उनका संघर्ष हम सभी को अनंत काल तक प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।
अखिलेश ने आंबेडकर को दी श्रद्धांजलि
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक लंबी पोस्ट में यादव ने कहा, बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती के पावन अवसर पर सबको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा, आईए, ‘सामाजिक न्याय के राज’ की स्थापना के लिए अपने ‘स्वाभिमान-स्वमान’ की अनुभूति को और सुदृढ़ करके, एकजुट होकर बाबासाहेब की देन व धरोहर ‘संविधान और आरक्षण’ बचाने के ‘पीडीए’ के आंदोलन को नयी ताकत प्रदान करें Q दोहराएं कि ‘संविधान ही संजीवनी’ है और ‘संविधान ही ढाल है’ और ये भी कि जब तक संविधान सुरक्षित रहेगा, तब तक हम सबका मान-सम्मान-स्वाभिमान और अधिकार सुरक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा, आईए, ‘स्वमान’ के तहत हम अपने सौहार्दपूर्ण, समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतांत्रिक मानक और मूल्यों के साथ ही अपनी ‘स्वयं की एकता’ के मूल्य को समझकर, इस ‘पीडीए’ रूपी एकजुटता की परिवर्तनकारी शक्ति का भी मान समझें। अखिलेश यादव ‘पीडीए’ का जिक्र ‘पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक’ के संदर्भ में करते हैं।
यादव ने कहा, स्वाभिमान-स्वमान’ के माध्यम से ही ‘पीडीए’ समाज के लोग अपनी निर्णायक शक्ति हासिल करके उत्पीड़न, अत्याचार और पीड़ा से मुक्त होकर, स्वाभिमान से जीने का हक और अधिकार हासिल कर पाएंगे और दमनकारी, उत्पीड़नकारी, वर्चस्ववादी, प्रभुत्ववादी, शक्तिकामी नकारात्मक ताक़तों को सांविधानिक जवाब दे पाएंगे। सपा नेता ने कहा कि ‘पीडीए’ की एकता ही संविधान और आरक्षण बचाएगी, ‘पीडीए’ की एकजुटता ही सुनहरा भविष्य बनाएगी। आइए अपने ‘स्वाभिमान-स्वमान’ के इस संघर्ष को समारोह में बदल दें।
मायावती ने श्रद्धांजलि दी
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने सोमवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर को उनकी जयंती पर याद करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। बसपा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, संविधान निर्माता भारतरत्न बोधिसत्व परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को आज उनकी जयंती पर आंबेडकरवादी पार्टी बसपा के तत्वावधान में पूरे देश भर में उन्हें शत-शत नमन, माल्यार्पण व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित किये गये। इसके लिए सभी लोगों का तहेदिल से आभार व धन्यवाद। उन्होंने कहा कि देश के समस्त दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों व अन्य उपेक्षितों को भी वास्तव में आंबेडकरवादी बनना होगा, जिसमें जुल्म-ज्यादती व अन्याय आदि से मुक्ति पाकर शासक वर्ग बनने की शक्ति, उनकी आपसी एकता व सत्ता की मास्टर चाबी की प्राप्ति में ही है।
मायावती ने कहा, देश में बहुजनों के सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक हालात, कांग्रेस की तरह भाजपा शासनकाल में भी अति-दयनीय हैं। इनके आरक्षण के संवैधानिक अधिकार पर भी सुनियोजित कुठाराघात होने से अब इनकी स्थिति कुछ ‘अच्छे दिन’ के बजाय बुरे दिन वाली ही बन रही है, जो अति दुःखद व चिंतनीय है।