लखनऊ : समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का आधिकारिक facbook अकाउंट बहाल कर दिया गया है। पार्टी सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। SP प्रमुख के facbook अकाउंट को कथित तौर पर पहले निलंबित कर दिया गया था।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अकाउंट ब्लॉक करने में सरकार की 'कोई भूमिका' नहीं थी।
वैष्णव ने कहा, अखिलेश यादव के अकाउंट से एक अपमानजनक पोस्ट किया गया था और facbook ने अपनी नीतियों के अनुसार उसे ब्लॉक कर दिया।
यादव ने शनिवार सुबह समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती के उपलक्ष्य में अपने अकाउंट पर उनका एक उद्धरण साझा किया। उनके पोस्ट में लिखा था, संपूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे उत्पीड़ित व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है।
SP प्रवक्ता दीपक रंजन ने सोशल मीडिया पेज के निलंबन और बाद में उसके बहाल होने की पुष्टि की।
वहीं पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, मुझे अभी तक पता नहीं है कि इसे बहाल किया गया है या नहीं, लेकिन मुख्य मुद्दा यह है कि इस निलंबन के पीछे कौन था ? यह कृत्य लोकतांत्रिक राय और सच्चाई को अवरुद्ध करने का एक स्पष्ट प्रयास था।
SP नेताओं ने इससे पहले आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार 80 लाख से अधिक फॉलोअर्स वाले अकाउंट को निलंबित कर 'हर विरोधी आवाज को दबाने के लिए अघोषित आपातकाल' लगाने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि SP प्रमुख के आधिकारिक facbook अकाउंट को शुक्रवार शाम करीब छह बजे निलंबित किया गया।
SP प्रमुख इस पेज का इस्तेमाल नियमित रूप से अपने विचार साझा करने, सरकार की 'कमियों' को उजागर करने और समर्थकों से जुड़ने के लिए करते हैं।
अकाउंट निलंबित होने पर घोसी से SP के लोकसभा सदस्य राजीव राय ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा था, facbook द्वारा भारत की संसद में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के नेता, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का अकाउंट ब्लॉक करना न केवल निंदनीय है, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर भी हमला है। अगर यह सत्ताधारी दल के इशारे पर हुआ है, तो यह कायरता की निशानी है।
वहीं SP प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने ‘X’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया था कि BJP सरकार ने अघोषित आपातकाल लगा दिया है।