लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कानपुर के गौतम बुद्ध पार्क में शिवालय पार्क बनाने के विवादास्पद प्रस्ताव को रद्द करने के कथित फैसले का स्वागत किया और इस कदम के लिए प्रशासन को धन्यवाद दिया।
मायावती ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, कानपुर के प्रसिद्ध बुद्ध पार्क में शिवालय पार्क बनाने का यह अति-विवादित प्रस्ताव रद्द किये जाने की आज मीडिया में खबर छपी है, जिसका स्वागत व उत्तर प्रदेश सरकार को इसके लिये धन्यवाद भी है।
उन्होंने इसी पोस्ट में कहा, उम्मीद है कि सरकार आगे अन्यत्र कहीं भी ऐसा कोई विवाद खड़ा करने के षडयंत्र को गंभीरता से लेकर इसके विरुद्ध सख़्ती करेगी ताकि समाज में शांति-व्यवस्था, आपसी भाईचारा एवं सौहार्द का वातावरण बिगड़ने ना पाये।
बसपा अध्यक्ष ने इससे पहले 31 अगस्त को एक पोस्ट में इस परियोजना पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने इसे 'पूरी तरह से अनुचित' बताया था और चेतावनी दी थी कि अगर इसे नहीं रोका गया तो इससे अशांति और नफरत फैल सकती है।
दरअसल, कानपुर नगर निगम ने गौतम बुद्ध पार्क के भीतर 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृतियों वाले पार्क के निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपये की योजना पेश की थी। उसके बाद से ही विवाद खड़ा हो गया था। गौतम बुद्ध पार्क बौद्धों और आंबेडकरवादियों की आस्था का प्रतीक माना जाता है।
इस कदम का आजाद समाज पार्टी के प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद सहित विभिन्न दलित नेताओं ने कड़ा विरोध किया और कहा कि यह भगवान बुद्ध और डॉ. भीम राव आंबेडकर द्वारा प्रस्तुत धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को कमजोर करता है।