लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि बुधवार को राज्य में नागरिक और पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवाओं तथा आपदा प्रतिक्रिया बल को शामिल करते हुए पूर्ण पैमाने पर एक 'मॉक ड्रिल' का आयोजन किया जाएगा। पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर नागरिक और संस्थागत तैयारियों के लिए यह ड्रिल महत्वपूर्ण है, जिसमें कश्मीर में निर्दोष पर्यटक मारे गए थे।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया, हमें 7 मई को मॉक ड्रिल को लेकर केंद्र सरकार से निर्देश मिले हैं। ड्रिल के लिए राज्य के उन्नीस जिलों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि इन जिलों को विभिन्न श्रेणियों में रखा गया है।
डीजीपी ने कहा, इन 19 में से एक जिले को 'ए' श्रेणी में, दो को 'सी' श्रेणी में और बाकी को 'बी' श्रेणी में रखा गया है। हालांकि, स्थानीय संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं कि आपातकालीन स्थिति में एकीकृत प्रतिक्रिया के लिए नागरिक और पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवाओं और आपदा प्रतिक्रिया बल सहित सभी कार्यक्षेत्रों में एक संयुक्त अभ्यास किये जाएं।