अयोध्या : उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 16वें दौर की मतगणना के बाद भाजपा उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद पर 40 हजार से अधिक मतों की बढ़त बना ली है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई। पासवान 40,624 मतों से आगे हैं। वेबसाइट के अनुसार जहां पासवान को 82,895 वोट मिले, वहीं सपा के फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को 42,271 वोट मिले हैं।
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संतोष कुमार 2,793 वोट के साथ तीसरे स्थान पर हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार कुल 30 चरण में मतगणना होगी। मिल्कीपुर विधानसभा सीट, अवधेश प्रसाद के पिछले साल लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से निर्वाचित होने के बाद विधानसभा से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुई है, इसीलिए उपचुनाव कराया गया। सपा जहां सीट बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा इस चुनाव को फैजाबाद लोकसभा सीट पर अपनी हार का बदला लेने के अवसर के रूप में देख रही है। वर्ष 2022 के प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा मिल्कीपुर के रूप में अयोध्या जिले की एकमात्र सीट हारी थी।
इससे पहले, सुबह भाजपा के चंद्रभानु पासवान ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। पासवान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने अपने समर्थकों के प्रति भी आभार जताया।पासवान ने कहा, भाजपा सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों और योजनाओं को हमने लोगों तक पहुंचाया और मिल्कीपुर के लोगों ने इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर हम चुनाव जीते तो मिल्कीपुर के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इस बीच, फैजाबाद से सपा के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, भाजपा ने बहुत बड़े स्तर पर गड़बड़ियां की हैं और भारत निर्वाचन आयोग तथा पर्यवेक्षकों को लिखित रूप में इसकी जानकारी दी गई है।प्रसाद ने दावा किया कि उनकी शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। सपा सांसद ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन अधिकारी राज्य सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं और दावा किया कि इसके बावजूद सपा का उम्मीदवार ही जीतेगा।
उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए बुधवार को हुए उपचुनाव में कुल 3.71 लाख मतदाताओं में से 65 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था जो 2022 के विधानसभा चुनाव से अधिक है। मिल्कीपुर उपचुनाव, सपा और भाजपा के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है, क्योंकि यह सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अयोध्या जिले का हिस्सा है। इस सीट पर कुल 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सपा के अजीत प्रसाद और भाजपा के चंद्रभानु पासवान के बीच माना जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उपचुनाव नहीं लड़ रही है, वहीं कांग्रेस इस सीट पर अपनी गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है।