अयोध्या : अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी है। यहां 5 फरवरी को मतदान होगा। मिल्कीपुर विधानसभा सीट से 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) के चिन्ह पर अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। प्रसाद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद से सांसद चुने जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी।
अधिकारियों के अनुसार 5 फरवरी को उपचुनाव के तहत मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे तक चलेगा। यहां 3,70,829 मतदाता हैं, जो 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए 414 बूथ बनाए गए हैं, जिनके लिए मतदान दल राजकीय इंटर कॉलेज से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रवाना हो रहे हैं। मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए मतगणना 8 फरवरी को होगी।
उप चुनाव में अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जहां एक तरफ सत्तारूढ़ भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी, वहीं राज्य के मुख्य विपक्षी दल सपा के शीर्ष नेताओं ने भी यहां मतदाताओं को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उपचुनाव में मिल्कीपुर सीट पर 10 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव से दूरी बनाई है। अलबत्ता कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया है।
इस चुनाव में भाजपा ने चंद्रभानु प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मौका दिया है। अयोध्या के राजनीतिक जानकार कहते हैं कि इस उप चुनाव में भाजपा ने सपा पर परिवारवाद का आरोप लगाकर राष्ट्रवाद का नारा दिया है। नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी मिल्कीपुर में अपना उम्मीदवार उतारा है।
जानकारों का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद की फैजाबाद पर जीत को भाजपा के लिए झटके के रूप में देखा गया। इस हार से उबरने के लिए पार्टी उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरा दमखम लगा रही है।