कोलकाता : स्कूलों में अभी गर्मी की छुट्टियां चल रही है। वहीं कॉलेजों में छुट्टियों को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। कलकत्ता विश्वविद्यालय के गर्मियों की छुट्टी (ग्रीष्मकालीन अवकाश) को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। पिछले वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि 15 मई से 30 जून तक थी। इस वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश 29 मई से 30 जून तक बताया गया है। हालांकि, विश्वविद्यालय ने इस दौरान छात्रों को कक्षाओं में उपस्थित रहने की अनुमति देने के लिए एडवाइजरी जारी की है इसी कारण भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्राधिकारियों ने तर्क किया है कि प्रवेश प्रक्रिया में देरी के कारण सेमेस्टर प्रणाली में छात्रों की कक्षा का समय काफी कम हो रहा है। यह सलाह छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए जारी की गई है। सीयू के रजिस्ट्रार देवाशिष दास ने कहा कि सेमेस्टर प्रणाली में ब्रेक जैसी कोई चीज नहीं होती। हमलोगों ने कॉलेजों से इस मामले स्टूडेंट्स के स्वार्थ में सहयोगिता चाहते हैं। कई कॉलेज मांग कर रहे हैं कि सभी विश्वविद्यालयों में एक समान नियम हो। अन्यथा, इस तरह की समस्याएं होंगी। एक समान स्थिति न होने के कारण ऐसी जटिलताएं उत्पन्न हो रही हैं। वहीं कुछ कॉलेज के प्रोफेसर का कहना है कि सिलेबस पूरा नहीं होने के कारण ऐसा कहा गया है। इसमें छात्र का ही हित होगा। आगे देखते है कैसे क्लास लेना है।