कोलकाता : जादवपुर यूनिवर्सिटी के फेत्सु यूनियन रूम में तोड़फोड़ की गयी है। बदमाशों के एक समूह ने रात में यूनियन रूम में उत्पात मचाया है। हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि तोड़फोड़ किसने और किस वजह से की। हमले की वजह को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। छात्रों ने बदमाशों को कड़ी सजा देने की मांग की है। यह फेत्सु यूनियन जादवपुर यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग छात्रों का संगठन है। कैंपस में इनका यूनियन रूम है। बुधवार की सुबह हॉस्टल से घर लौटते समय एक ग्रेजुएट छात्र ने देखा कि फेत्सु के यूनियन रूम में तोड़फोड़ की गई है। टेबल और कुर्सियां इधर-उधर बिखरी पड़ी थीं। टूटी हुई अलमारी और कागज बिखरे पड़े थे। घटना के बाद सवाल उठता है कि आखिर किसने और क्यों तोड़फोड़ की। क्या किसी को पता था कि उपद्रवियों का एक समूह रात में तोड़फोड़ करने निकला था? यह सवाल भी उठता है। हालांकि, यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 4 के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में कुछ लोग नजर आए हैं। खबर है कि मामले की जांच की जा रही है।
जुटा ने सुरक्षा पर उठाया सवाल
जुटा के जनरल सेक्रेटरी पार्थ प्रतिम राय ने जेयू में सुरक्षा की कमी पर फिर एक बार सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कैंपस के 39 सुरक्षा कर्मियों को पहचान पत्र देने की बात थी मगर अभी तक सुरक्षा उपाय सभी पायदानों पर पूरी तरह नहीं खड़ा हो पाया है। रात के अंधेरे में इस तरह से यूनियन रूम में तोड़फोड़ की गयी है। इसके पीछे कौन है इसका जल्द से जल्द पता लगाना चाहिए।
क्या कहना है छात्रों का
जेयू के छात्रों का कहना है कि रात के अंधेरे में यह सब हुआ है। एक छात्र ने कहा कि इस समय कैंपस में फस्ट ईयर तथा पीजी फर्स्ट ईयर को छोड़कर और कोई नहीं है। कोई घर चल गया है, कोई परीक्षा में व्यस्त है। छात्र ने कहा कि इस घटना से एक बार फिर कैंपस की सुरक्षा पर सवाल खड़ा होता है। यूनियन की तरफ से इस पूरे मामले को रजिस्ट्रार को बताया गया है। छात्रों ने मांग की है कि अपराधियों की पहचान की जाए और उन्हें कड़ी सजा दी जाए ताकि ऐसी घटनाएं फिर कभी न हों।