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सबसे बड़े दुर्गांगन का काम शुरू,प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु आ सकेंगे

नये साल की शुरूआत में सीएम दो अहम याेजनाओं को दिखायेंगी हरी झंडी

सबिता राय

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : नये साल के मौके पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यवासियों को कई बड़ी सौगात दी हैं। नये साल की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने सोमवार को न्यूटाउन में दुर्गा आंगन की आधारशिला रखी। सीएम का दावा है कि यह विश्व का सबसे बड़ा दुर्गांगन होगा और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु यहां आ सकें। सीएम ने हिडको के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की तथा दीघा के जगन्नाथ मंदिर में अब तक एक करोड़ श्रद्धालुओं के आने पर गौरव का पल बताया। हिडको द्वारा ही दुर्गाआंगन तैयार किया जा रहा है। मुख्य सचिव के नेतृत्व में कमेटी की सीएम ने घोषणा की है।

सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को न्यूटाउन में दुर्गा आंगन की आधारशिला रखी

दुर्गा आंगन की खासियत

17.28 एकड़ जमीन पर होगा दुर्गा आंगन। यहां 1008 स्तंभ होंगे।

108 देवी देवताओं की मूर्तियां होंगी। मुख्य गर्भ गृह 54 मीटर ऊंचा होगा

365 दिन खुला रहेगा। एक दिन में एक लाख लोग आ सकेंगे

मुख्य मंडप के अलावा, इस दुर्गांगन में एक सिंह द्वार और अन्य मंडप भी होंगे

सर्टिफाई ग्रीन बिल्डिंग होगी, प्रसाद के लिए एक घर तैयार किया जायेगा

मंदिर परिसर के चारों ओर 20 फीट चौड़ा मार्ग बनाया जा रहा है।

हरियाली पर विशेष जोर होगा। 1000 फूल के पौधे तथा 300 पेड़ लगाये जायेंगे

दीघा के जगन्नाथ मंदिर को तैयार करने वाले ही दुर्गा आंगन तैयार करेंगे

5 जनवरी को गंगासागर ब्रिज का शिलान्यास :

मुख्यमंत्री ने गंगासागर ब्रिज को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि 5 जनवरी को गंगासागर ब्रिज का शिलान्यास किया जाएगा। यह ब्रिज बनने के बाद गंगासागर जाने वाले लाखों तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। वर्तमान में श्रद्धालुओं को गंगासागर पहुंचने के लिए जलमार्ग का सहारा लेना पड़ता है, जिससे समय और सुरक्षा दोनों की चुनौतियां सामने आती हैं। ब्रिज के निर्माण से यात्रा न केवल आसान बल्कि अधिक सुरक्षित भी हो जाएगी। गंगासागर मेला देश के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। गंगासागर ब्रिज बनने से तीर्थयात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी आवागमन में सुविधा मिलेगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

महाकाल मंदिर की आधारशिला जनवरी के दूसरे सप्ताह में

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य के सबसे बड़े महाकाल मंदिर की आधारशिला जनवरी के दूसरे सप्ताह में रखी जाएगी। इसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था कर ली गई है और तैयारियां की जा रही हैं। यह घोषणा सिलीगुड़ी में महाकाल मंदिर के संबंध में उनके द्वारा की गई पिछली घोषणा के बाद आई है, जो प्रमुख धार्मिक पहलों को बढ़ावा देने पर राज्य सरकार के निरंतर ध्यान केंद्रित करने का संकेत देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने महाकाल मंदिर के लिए भूमि का निरीक्षण पहले ही कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं आपको एक खुशखबरी दे रही हूं। हम जनवरी के दूसरे सप्ताह में महाकाल मंदिर की नींव रखेंगे। मैंने पूजा के दौरान ही यह तारीख तय कर ली थी।’

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