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चाय बागान में श्रमिक महिला पर तेंदुए ने किया हमला, गंभीर रूप से जख्मी

कालचीनी ब्लॉक के भातखावा चाय बागान की घटना

सन्मार्ग संवाददाता

कालचीनी : एक बार फिर चाय बागान में काम कर रही श्रमिक महिला पर तेंदुए के हमले की घटना को केंद्र कर पूरे बागान में आतंक का माहौल व्याप्त हो गया है। तेंदुए से संघर्ष कर महिला ने अपने प्राण की रक्षा की है। हालांकि इस घटना में महिला गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में चिकित्साधीन है। बुधवार दोपहर की यह घटना अलीपुरदुआर जिले के कालचीनी प्रखंड के भातखावा चाय बागान में घटी हैं। घायल श्रमिक महिला का नाम चांदनी महली बताया गया है। वह अटियाबाड़ी चाय बागान की रहने वाली है और भातखावा चाय बागान में अस्थायी श्रमिक के रूप में काम करती है। पता चला कि रोजाना की तरह बुधवार दोपहर को भी श्रमिक महिला चांदनी महली बागान की अन्य महिला श्रमिकों के साथ बागान के 11बी सेक्शन में पत्तियां तोड़ने का काम कर रही थी, तभी बागान के नाले से निकलकर एक तेंदुए ने उसपर पर हमला कर दिया। काफी देर तक दोनों के बीच संघर्ष चला। बाद में जब अन्य श्रमिक चिल्लाते हुए दौड़े आए तो तेंदुआ वहां से भाग गया। हालांकि इस घटनाक्रम में श्रमिक महिला चांदनी महली गंभीर रूप से घायल हो गयी। मौके पर बागान में मौजूद अन्य श्रमिकों ने महिला को बागान के अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद महिला की हालत गंभीर होने की वजह से उसे कालचीनी के उत्तर लताबाड़ी ग्रामीण अस्पताल में लाया गया, जहां वर्तमान में उसका इलाज किया जा रहा है।

घायल श्रमिक महिला ने कहा

इस विषय पर घायल श्रमिक महिला ने कहा कि बागान में पत्तियां तोड़ने के वक्त अचानक तेंदुए ने मेरे ऊपर हमला कर दिया और मैं काफी घबरा गई। क्या करूं ना करूं कुछ समझ नहीं आ रहा था। काफी देर तक मैंने तेंदुए के आक्रमण का सामना किया। थक हारकर दोनों एक दूसरे के आमने-सामने बैठे हुए थे। तेंदुआ मुझे देख रहा था और मैं तेंदुए को देख रही थी। बाद में जब आसपास के लोग दौड़ कर आए तो तेंदुआ भाग गया और मैं बाल बाल बच गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस बागान में इस तरह की कई घटनाएं घट चुकी हैं। 

बागान के श्रमिकों ने यह कहा

इस विषय पर बागान के अन्य श्रमिकों ने कहा कि आए दिन हमारे बागान में इसी तरह तेंदुआ निकालकर श्रमिकों पर हमला करता रहता है। तेंदुआ बागान के नाले में छिप कर बैठा रहता है और काम के दौरान श्रमिकों पर हमला कर देता है। इसको लेकर बार-बार बोलने के बावजूद वन विभाग कोई विशेष कदम नहीं उठाता है। हम चाहते हैं कि वन विभाग बागान से तेंदुए को पकड़ने की व्यवस्था करे और उसे सुरक्षित घने जंगल में ले जाकर छोड़े, ताकि हम सभी श्रमिक बागान में सुरक्षित होकर काम कर सकें। इधर घटना के मद्देनजर बागान के सभी श्रमिक काफी सहमे हुए हैं। वहीं घटना की खबर मिलते ही घटनास्थल पर बक्सा टाइगर रिजर्व के निमती रेंज वन विभाग के कर्मी भी पहुंचे हुए थे। वन विभाग की ओर से घायल श्रमिक के इलाज की क्षतिपूर्ति देने की बात कही गई।

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