कोलकाता: राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लोग एक दृढ़ नेता, कवयित्री, लेखिका और कलाकार के रूप में जानते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वे खेल के मैदान में भी किसी खिलाड़ी से कम नहीं रहीं। 'जो रसोई संभाले, वही चूल्हा भी जलाए' यह कहावत ममता पर बिल्कुल सटीक बैठती है। एक ओर वे तृणमूल कांग्रेस की सर्वेसर्वा हैं, तो दूसरी ओर खेलों के प्रति उनका जुनून भी किसी प्रोफेशनल खिलाड़ी जैसा है।
शनिवार को ईडन गार्डन्स में बंगाल की विश्वकप विजेता क्रिकेटर ऋचा घोष को सम्मानित करने के दौरान ममता के क्रिकेट खेलने की एक दिलचस्प घटना सामने आई। कार्यक्रम के संचालक ने बताया कि नब्बे के दशक में संसद में आयोजित एक 'मैत्री क्रिकेट मैच' में ममता बनर्जी ने हिस्सा लिया था। उस समय वे कांग्रेस सांसद थीं।
उस मैच में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के बीच मुकाबला हुआ था। ममता लोकसभा टीम का हिस्सा थीं और उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर मैच की 'सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी' का पुरस्कार जीता था। बताया जाता है कि उस मैच में कई सांसद नियमित रूप से क्रिकेट खेलते थे, लेकिन ममता की बल्लेबाजी और फील्डिंग ने सभी को चौंका दिया।
उनकी टीम ने राज्यसभा को हराया और उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ घोषित किया गया। खेलों से उनका यह जुड़ाव आज भी कायम है। मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता ने बंगाल में खेलों के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू कीं और क्रिकेट, फुटबॉल के साथ एथलेटिक्स और अन्य खेलों को भी प्रोत्साहन मिला। उ
न्हें कई बार बैडमिंटन और टेनिस खेलते हुए भी देखा गया है। ईडन में ऋचा घोष के सम्मान समारोह ने एक बार फिर यह याद दिलाया कि ममता बनर्जी सिर्फ राजनीति की नहीं, जीवन के हर क्षेत्र की 'ऑलराउंडर' हैं।