केडी पार्थ, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के वरिष्ठ नेता शकील अहमद के बेटे तहसीन अहमद पर हज़ारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का सनसनीखेज़ आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि तहसीन ने एक फर्जी निवेश योजना के ज़रिए लोगों से करीब 3.5 अरब रुपये (लगभग 350 करोड़ रुपये) की रकम जुटाई और फिर अचानक गायब हो गया। इस घोटाले की जानकारी मिलते ही आसनसोल उत्तर थाना क्षेत्र के रेलपार इलाके में हज़ारों पीड़ित लोग सड़कों पर उतर आए और तृणमूल नेता के घर के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।
राजनीतिक प्रभाव से लोगों का भरोसा जीता
स्थानीय लोगों का आरोप है कि तहसीन ने अपने पिता के राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर लोगों का विश्वास हासिल किया। उसने निवेश पर ऊँचे मुनाफे का लालच देकर एक तथाकथित फाइनेंस कंपनी शुरू की, जिसमें आम नागरिकों से लेकर छोटे व्यवसायी तक ने निवेश किया। पीड़ितों के अनुसार, तहसीन और उसके सहयोगियों ने शुरू में कुछ किश्तों में भुगतान कर भरोसा जमाया, लेकिन बाद में अचानक सभी भुगतान रोक दिए और कंपनी के दफ्तर बंद हो गए।
विपक्ष ने ईडी जांच और गिरफ्तारी की मांग की
इस मामले पर विपक्षी दलों ने तृणमूल कांग्रेस पर सीधा हमला बोला है। नेता विपक्ष शुवेंदु अधिकारी ने इस घोटाले को “राजनीतिक संरक्षण में पनपा घोटाला” करार देते हुए **ईडी जांच और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा, अगर तृणमूल सरकार सच में निर्दोष है, तो तहसीन को बचाने के बजाय उसे जांच एजेंसियों के हवाले करे।
तृणमूल ने किया किनारा, कहा—कानून अपना काम करेगा
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि पार्टी का इस ठगी से कोई लेना-देना नहीं है। तृणमूल के राज्य सचिव वी. शिवदासन दासुर ने कहा, “कानून अपना काम करेगा। यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी फरार
फिलहाल आसनसोल पुलिस ने पीड़ितों की शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तहसीन अहमद और उसके करीबी सहयोगी फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी शुरू कर दी है। वहीं, ठगी का शिकार बने लोग लगातार न्याय और अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने की गुहार लगा रहे हैं।