बरामद गांजा की खेप के साथ पुलिस के टीम  
टॉप न्यूज़

78 किलो गांजे की खेप के साथ दो अंतर-जिला तस्कर गिरफ्तार, वाहन जब्त

निधि, सन्मार्ग संवाददाता

बैरकपुर: पश्चिम बंगाल में नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट को सोमवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। कमिश्नरेट की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (DD) और न्यू बैरकपुर थाना पुलिस की एक संयुक्त टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में गांजा बरामद किया है। इस कार्रवाई में दो शातिर तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है, जो एक वाहन के जरिए मादक पदार्थों की बड़ी खेप की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे।

गुप्त सूचना पर साजीरहाट में घेराबंदी

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डिटेक्टिव डिपार्टमेंट को एक विश्वसनीय सूत्र से खबर मिली थी कि न्यू बैरकपुर थाना क्षेत्र के साजीरहाट इलाके से नशीले पदार्थों की एक बड़ी खेप गुजरने वाली है। सूचना मिलते ही डीडी और स्थानीय पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया और साजीरहाट के पास जाल बिछाया। जैसे ही संदिग्ध वाहन (नंबर WB23G0538) वहां पहुँचा, पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया।

तलाशी में मिला 78 किलो गांजा

वाहन को रुकवाने के बाद जब पुलिस ने उसकी सघन तलाशी ली, तो अधिकारी भी दंग रह गए। वाहन के भीतर बेहद सावधानी से छिपाकर रखे गए पैकेट मिले। जब इन पैकेटों को खोला गया, तो उनमें से लगभग 78 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला गांजा बरामद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप की कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है। पुलिस ने तुरंत प्रतिबंधित पदार्थ को जब्त कर लिया और वाहन में सवार दोनों व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया।

तस्करों की पहचान और पृष्ठभूमि

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:

  1. रकीब हुसैन (25): पिता इस्माइल गाइन, निवासी- बोदई भाटपाड़ा (अतकल के पास), जुगबेरिया।

  2. सद्दाम मोहम्मद (26): पिता शाहजहां मोहम्मद, निवासी- भाटपाड़ा नोआपारा, जुगबेरिया।

ये दोनों आरोपी न्यू बैरकपुर थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं और लंबे समय से पुलिस की रडार पर थे। पुलिस को संदेह है कि ये दोनों किसी बड़े अंतर-राज्यीय ड्रग सिंडिकेट के लिए काम कर रहे हैं।

NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई

पुलिस ने NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) अधिनियम के तहत सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए गांजा और तस्करी में इस्तेमाल किए गए वाहन को पूरी तरह जब्त कर लिया है। पकड़े गए दोनों युवकों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।

जांच का दायरा: कौन है मास्टरमाइंड?

अब पुलिस की जांच का मुख्य केंद्र यह पता लगाना है कि गांजे की यह विशाल खेप कहाँ से लाई गई थी और इसे कोलकाता या उसके आसपास के किन इलाकों में पहुँचाया जाना था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इन तस्करों के तार ओडिशा या पूर्वोत्तर राज्यों के ड्रग माफियाओं से जुड़े हैं। पूछताछ के जरिए पुलिस इस पूरे नेटवर्क के मुख्य सरगना (मास्टरमाइंड) तक पहुँचने की कोशिश कर रही है।

SCROLL FOR NEXT