कोलकाता : जन्मदिन के जश्न और मौज-मस्ती की एक रात उस समय दुखद हो गई जब एक ही मोटरसाइकिल पर सवार चार किशोर दोस्त उल्टाडांगा फ्लाईओवर पर एक गार्ड वॉल से टकरा गए। हादसा सोमवार तड़के हुआ था। हादसे के वक्त किसी ने भी हेलमेट नहीं पहन रखा था। हादसे में दो बाइक सवारों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो तिलजला के एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। मृतकों की पहचान 19 वर्षीय मोहम्मद शोएब और 19 वर्षीय रहमान शेख के रूप में हुई है। घायलों में शोएब का भाई मोहम्मद सोहैल और एक अन्य दोस्त मोहम्मद शाहरुख शामिल हैं। सोहैल की हालत बहुत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने पुष्टि की है कि शोएब बाइक चला रहा था और दुर्घटना के समय किसी भी युवक ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था। उल्लेखनीय है कि उल्टाडांगा फ्लाईओवर पर इसी मोड़ पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार बाइक दुर्घटना सुबह करीब 5.30 बजे हुई, जब पार्क सर्कस के बेनियापुकुर इलाके के निवासी ये दोस्त पूरी रात पार्टी करने के बाद नई क्रूजर बाइक पर मौज-मस्ती के लिए निकले थे। पुलिस के अनुसार, बाइक बहुत तेज गति से जा रही थी, तभी लेक टाउन ईएम बाईपास फ्लाईओवर पर मोड़ पर मोड़ते समय बाइक चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे दोपहिया वाहन रेलिंग से जा टकराया। चारों मोटरसाइकिल से उछलकर गिर गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि फ्लाईओवर के उस हिस्से पर लगे लोहे के सुरक्षा पिंजरे पर खून के धब्बे पाए गए। विधाननगर सिटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सौभाग्य से उस हिस्से को लंबे स्टील के सुरक्षा जाल से सुरक्षित किया गया था, अन्यथा, युवक फ्लाईओवर से नीचे सड़क पर गिर सकते थे लेकिन स्टील के जाल ने उन्हें गिरने से तो बचा लिया, लेकिन टक्कर इतनी तेज थी कि उनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई।’ कई दुर्घटनाओं के बाद कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) ने इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लोहे के सुरक्षा पिंजरे लगाए थे। तपसिया के अपार्टमेंट में सुरक्षागार्ड का काम करने वाले शोएब और सोहैल के पिता मोहम्मद खुर्शीद यह याद करते हुए रो पड़े कि उनके दोनों बेटे दक्षिण 24 परगना के मल्लिकपुर में एक निमंत्रण में शामिल होने के बाद आधी रात के आसपास घर लौटे थे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर खुर्शीद ने रोते हुए कहा, ‘वे रविवार की देर रात करीब 1.30 बजे यह कहकर निकले थे कि वे एक दोस्त का जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। मुझे नहीं पता कि वे किसकी बाइक लेकर गए थे। मुझे सुबह ही दुर्घटना के बारे में पता चला जब एक पुलिसकर्मी ने फोन किया। ऐसा लग रहा है जैसे मेरी पूरी दुनिया मेरे सामने बिखर गई है। हम बर्बाद हो गए हैं।’ खुर्शीद ने कहा कि उनका छोटा बेटा जब आरजी कर अस्पताल पहुंचा तो उसकी हालत बहुत गंभीर थी। उन्होंने कहा, ‘हमने उसे और दूसरे युवक को दोपहर के आसपास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।’ रहमान की शोकाकुल मां अफरोज बेगम बेसुध थीं। उन्होंने कहा कि मेरा सिर्फ एक बच्चा था। अब मेरी देखभाल कौन करेगा? उसने कहा कि वह बस थोड़ी देर के लिए घूमने जा रहा था और फिर कभी घर नहीं लौटा। परिजनों के अनुसार रहमान संगमरमर के काम में माहिर एक राजमिस्त्री के रूप में अपना जीवन यापन करता था, जबकि शोएब एक चप्पल निर्माण इकाई में काम करता था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि फ्लाईओवर पर दो पहिया वाहनों के लिए 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा है और इस मामले में सीसीटीवी फुटेज के अनुसार युवक 80 किलोमीटर प्रति घंटे से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गाड़ी चला रहे थे। हर स्तर पर उल्लंघन हुआ - ओवर स्पीडिंग, अधिक यात्रियों को ले जाना और हेलमेट न पहनना। हम जनता से अपील करना चाहते हैं, खासकर युवा सवारों से कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें, लापरवाही से गाड़ी न चलाएं और हमेशा हेलमेट पहनें।’