सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : तृणमूल ने आरोप लगाया कि युवा भारती के वीडियो में उकसावे का वही जाना-पहचाना तरीका नजर आता है। तृणमूल का आरोप है कि अफरा-तफरी और तोड़फोड़ के बीच भगवा झंडे लहराए गए और नारे लगाए गए, जिससे अशांति कम होने के बजाय और बढ़ गई। संकट के क्षणों में तमाशा खड़ा करने और राज्य को बदनाम करने के लिए बंगाल का नाम खराब करने की यह बार-बार की प्रवृत्ति पूरी तरह से उजागर हो गई है। तृणमूल की तरफ से सोशल मीडिया पर कहा गया है कि साल्टलेक स्टेडियम में घटी घटना अत्यंत निंदनीय है और इसे दोबारा होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना आयोजन के निजी आयोजकों के गंभीर कुप्रबंधन का परिणाम थी। राज्य सरकार की भूमिका ऐसे आयोजनों के लिए वैधानिक अनुमति देने तक सीमित है।
खेल मंत्री गेस्ट के रूप में उपस्थित हुए थे : तृणमूल आईटी सेल विंग के इनचार्ज देवांग्शु भट्टाचार्य ने कहा कि यह एक निजी कार्यक्रम था और इससे राज्य सरकार और तृणमूल का कोई कनेक्शन नहीं था। इसकी पूरी जिम्मेदारी आयोजक की है। राज्य के खेल मंत्री अरूप विश्वास को आमंत्रित किया गया था और वह एक गेस्ट के रूप में उपस्थित हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ वीडियो सामने आये हैं जिनमें देखा गया है कि भगवा झंडा लेकर कुछ लोग वहां उपस्थित थे। चेयर व बॉक्स तोड़ रहे थे। उन्होंने प्रशासन से उसकी भी जांच करने की मांग की है।
अभी कोई टिप्पणी नहीं करूंगा : अरूप विश्वास
राज्य के खेल मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि अभी इस मामले की जांच जारी है। ऐसे में जांच जारी तक वह किसी तरह की टिप्पणी नहीं करेंगे।