कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने पार्थ चट्टोपाध्याय के मामले में अपना रुख साफ कर दिया है। पार्टी ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी के समय जो रुख अपनाया गया था, वही आज भी बरकरार है। पार्थ चट्टोपाध्याय को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित किया गया था, जिसमें अब तक केवल तीन साल साढ़े तीन महीने ही पूरे हुए हैं।
टीएमसी सूत्रों के अनुसार, मामला वर्तमान में जांच के दायरे में है। पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि पार्थ चट्टोपाध्याय को अपनी सफाई पेश करने का पूरा अवसर दिया जाएगा। वहीं, पार्टी में अंतिम निर्णय लेने के लिए पार्टी की अध्यक्ष ममता बनर्जी ही अधिकृत हैं। पार्टी ने यह भरोसा भी दिया है कि जैसे ही मामले में कोई नया अपडेट आएगा, जनता को इसकी जानकारी तुरंत दी जाएगी।
टीएमसी का रुख है कि मामले की जांच पूरी होने तक किसी भी तरह की जल्दबाजी में कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस बीच, पार्थ चट्टोपाध्याय के समर्थक और विपक्ष दोनों ही इस मामले पर अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। समर्थक उनका पक्ष रख रहे हैं कि उन्हें निष्पक्ष सुनवाई मिलनी चाहिए, जबकि विपक्ष इस मामले को लेकर सवाल उठा रहा है।
टीएमसी ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि पार्टी का दृष्टिकोण अब भी स्थिर है और निलंबन की अवधि पूरी होने से पहले कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। पार्टी का जोर है कि जांच प्रक्रिया पूरी और निष्पक्ष हो और उसी के आधार पर आगे कोई निर्णय लिया जाएगा।