कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को दावा किया कि निर्वासित सोनाली बीबी के माता-पिता के नाम वर्ष 2002 की पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की मतदाता सूची में भारतीय नागरिकों के रूप में दर्ज हैं। पार्टी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को बंगाल और उसके लोगों के अस्तित्व पर हमला बताया।
टीएमसी ने कहा कि गर्भवती सोनाली खातून को बीरभूम से निष्कासित करना केवल प्रशासनिक क्रूरता नहीं बल्कि राजनीतिक षड्यंत्र है। पार्टी ने सोशल मीडिया पर लिखा, बीजेपी का तथाकथित SIR अभियान असल में डर पैदा करने और नागरिकों की पहचान पर सवाल उठाकर समाज को विभाजित करने की साजिश है।
टीएमसी ने बताया कि सोनाली के माता-पिता भोदू शेख और उनकी पत्नी का नाम 2002 की बीरभूम के मुरारई क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज है। पार्टी ने कहा, जब एक गर्भवती महिला के माता-पिता भारतीय मतदाता सूची में दर्ज हों, तब उसे ‘अवैध घुसपैठिया’ कहना नैतिक पतन है।
उल्लेखनीय है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 26 सितंबर को सोनाली बीबी और उनके परिवार को भारत वापस लाने का निर्देश दिया था, जिसे केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है।