नई दिल्ली - विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल अब नजदीक है और तैयारियां ज़ोरों पर हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है, जबकि अब बारी साउथ अफ्रीका की है। बीते दो सालों में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद दोनों टीमों ने फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की थी। अब देखना दिलचस्प होगा कि खिताब किसके नाम होता है। इस बार के फाइनल में एक खास बात यह है कि दर्शकों को ऐसा नजारा पहली बार देखने को मिलेगा, जो इससे पहले किसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में नहीं हुआ था।
साल 2021 में पहली बार खेला गया था डब्ल्यूटीसी का फाइनल
टेस्ट क्रिकेट को और ज्यादा रोमांचक और लोकप्रिय बनाने के मकसद से आईसीसी ने 2019 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की थी। इस टूर्नामेंट में टीमें दो साल तक घरेलू और विदेशी मैदानों पर एक-दूसरे से मुकाबला करती हैं, और अंत में सबसे ज्यादा अंक पाने वाली दो टीमें फाइनल में आमने-सामने होती हैं। टेस्ट क्रिकेट की घटती लोकप्रियता को देखते हुए यह कदम उठाया गया था। इसका पहला फाइनल 2021 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। तब उम्मीद की जा रही थी कि भारत यह खिताब अपने नाम करेगा, लेकिन न्यूजीलैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की और पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
दूसरी बार फाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ मुकाबला
इसके बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का दूसरा चरण शुरू हुआ, जिसमें इस बार भारत और ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में जगह बना ली। फैंस को उम्मीद थी कि भले ही भारत पहली बार खिताब जीतने से चूक गया था, लेकिन इस बार टीम जरूर ट्रॉफी अपने नाम करेगी। हालांकि, एक बार फिर भारतीय टीम को निराशा हाथ लगी और ऑस्ट्रेलिया ने खिताब जीतकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। इस तरह भारत लगातार दो बार फाइनल तक तो पहुंचा, लेकिन दोनों ही बार खिताब से चूक गया।
भारतीय टीम इस बार नहीं होगी फाइनल का हिस्सा
इस बार ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की की है, जो कि एक नया बदलाव है, क्योंकि पहली बार टीम इंडिया फाइनल में नहीं खेल रही है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या साउथ अफ्रीका नया चैंपियन बनेगा या फिर ऑस्ट्रेलिया अपनी दूसरी बार खिताब जीतने में सफल रहेगा। इस बार टीम इंडिया को फाइनल को दूर से ही देखना पड़ेगा।