नई दिल्ली - भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को रोक दिया था। उधर पाकिस्तान में सिंधु नदी के पानी के लिए आंदोलन जारी है। सिंध प्रांत में सिंधु नदी पर विवादास्पद नहरों के निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और उग्र हो गया। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, नौशहरो फिरोज जिले के मोरो तालुका में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भयंकर झड़प हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और गोलियां भी चलाई गईं। पुलिस के लाठीचार्ज में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सहित कुछ अन्य लोग घायल हो गए।
गृह मंत्री के घर घुसे प्रदर्शनकारी
इतने सब के बाद प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रूप धारण कर लिया और दो ट्रेलरों में आग लगा दी। उन्होंने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर के घर में भी घुसकर तोड़फोड़ की और कई हिस्सों में आग लगा दी, जबकि कुछ मोटरसाइकिलों को भी आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारी गृहमंत्री के घर बंदूकें लेकर पहुंचे हैं। इस वजह से मोरो की ओर जाने वाली सड़क पर यातायात स्थगित रहा। वहीं पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि बेनजीराबाद के पुलिस उप महानिरीक्षक परवेज चंदियो और नौशहरो फिरोज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संघार मलिक मौके पर पहुंचे और इसके साथ ही स्थिति को कंट्रोल में लाने के लिए विभिन्न थानों के कर्मियों को भी बुलाया गया।
'राजनेता के घर पर हमला कोई साजिश है'
पीपीपी सिंध के सूचना सचिव अजीज धामरा ने एक बयान में घटना की निंदा करते हुए इसे आतंकवादी गतिविधि करार दिया। उन्होंने कहा कि लोगों के विरोध प्रदर्शन पर कोई बैन नहीं है, लेकिन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के घर पर हमला करना कोई साजिश नजर आती है। सिंध के गृह मंत्री ने भी एक बयान जारी किया और नौशहरो फिरोज एसएसपी से घटना की रिपोर्ट पेश करने को कहा है।