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देश में हैं 5 लाख ‘पाकिस्तानी दुश्मन’

जाने क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली : पहलगाम आतंकवादी हमले के मामले में भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने सनसनीखेज दावा करते हुए सोमवार को सवाल उठाया कि देश के अंदर जो दुश्मन घुसे बैठे हैं, उनसे कैसे लड़ा जाए? निशिकांत का कहना है कि देश में करीब 5 लाख ऐसी पाकिस्तानी औरतें हैं, जो भारत में निकाह कर यहीं रह गयीं और वह आज भी पाकिस्तानी नागरिक हैं। जबकि, रविवार (27 अप्रैल) को वह मियाद पूरी हो चुकी है, जिसमें कुछ प्रकार के पाकिस्तानी वीजा धारकों को भारत छोड़ देने का अल्टीमेटम दिया गया था।

झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ‘एक्स’ पर सोमवार को लिखे पोस्ट में कहा है, ‘पाकिस्तानी आतंकवाद का एक नया चेहरा अब सामने आया, लगभग 5 लाख से ऊपर पाकिस्तानी लड़कियां भारत में निकाह कर हिंदुस्तान में रह रही है, आज तक उनको भारत की नागरिकता नहीं मिली है। अंदर घुसे इन दुश्मनों से लड़ना कैसे ?’

शारदा कुकरेजा का मामला

कुछ ऐसे मामले पिछले दिनों सामने आए हैं, जिनमें ऐसी महिलाओं का पता चला है जो लंबे समय से निकाह कर भारत में ही रह रही हैं, लेकिन उनकी नागरिकता अभी भी पाकिस्तानी है। मसलन, पाकिस्तान की शारदा कुकरेजा के बारे में पता चला कि वे पिछले 35 वर्षों से ओडिशा के बालांगीर जिले में रहती हैं, जिनके पति हिंदुस्तानी नागरिक हैं। हालांकि, उन्हें भी भारत छोड़ने का नोटिस थमाया गया था। वैसे हिंदू होने की वजह से पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर आने की वजह से उन्हें नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारतीय नागरिकता (सीएए) पाने का हक है। उनके साथ उनके चार और भाई-बहनों के भारत में रहने की जानकारी है और रिपोर्ट के मुताबिक उनका पाकिस्तान में अपना कोई रह भी नहीं गया है।

कुछ महिलाएं लंबी अवधि के वीजा पर

बिहार के भोजपुर जिले में ऐसे ही लंबे समय से रह रहीं दो पाकिस्तानी महिलाओं की रिपोर्ट भी मिली है। इनमें से असरी बेगम तीन दशकों से निकाह कर भारत में रह रहीं हैं और उनके पांच बच्चे भी हैं। दूसरी पाकिस्तानी महिला का नाम आसमा है, जो मूलरूप से पाकिस्तान की कराची की रहने वाली हैं। लेकिन, भोजपुर पुलिस ने कहा है कि दोनों पाकिस्तानी महिलाओं के पास लॉन्ग-टर्म वीजा है, जिसपर रोक नहीं लगी हुई है और वे भारत में रह सकती हैं।

5 लाख अवैध पाकिस्तानियों का दावा गंभीर

भारत में निकाह कर रह रहीं पाकिस्तानी महिलाओं के ऐसे कुछ और भी मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार के अल्टीमेटम के बाद अब सिर्फ वही देश में रह सकती हैं, जिनके पास लॉन्ग-टर्म, डिप्लोमेटिक और ऑफिशियल वीजा है। जो मेडिकल वीजा पर हैं, उन्हें भी 29 अप्रैल तक का अल्टीमेटम मिला है। ऐसे में अगर 5 लाख पाकिस्तानी महिला बिना किसी वैध दस्तावेज के भारत में रह रही हैं तो यह निश्चित रूप से बहुत गंभीर मामला है।

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