हुगली : उत्तरपाड़ा-कोतरंग पालिका क्षेत्र में सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण बीते पांच दिनों से सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है। जिससे शहर की सड़कों पर जगह-जगह कचरों का अंबार लग गया है। दुर्गंध फैल रही है और लोगों में मलेरिया व डेंगू जैसे रोग फैलने की आशंका गहराने लगी है। शहर वासियों का सवाल है कि जब नगर पालिका टैक्स लेती है, तो सफाई व्यवस्था बंद क्यों है और प्रशासन चुप क्यों है? हड़ताली सफाई कर्मियों का आरोप है कि बीते पाँच वर्षों से उनकी मजदूरी नहीं बढ़ी है। उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा। साथ ही, 27 दिन काम करवाकर 25 दिन की मजदूरी दी जाती है। उनके वेतन से सामाजिक सुरक्षा योजना के लिए पैसे तो काटे जाते हैं, लेकिन वह जमा नहीं होते। कई बार मौखिक रूप से शिकायत करने के बावजूद न तो ठेका कंपनी और न ही पालिका ने कोई सुनवाई की, जिससे वे मजबूरन हड़ताल पर गए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे काम पर नहीं लौटेंगे।
उत्तरपाड़ा-कोतरंग पालिका के चेयरमैन ने यह कहा
उत्तरपाड़ा-कोतरंग पालिका के चेयरमैन दिलीप यादव ने कहा कि कर्मचारियों को लिखित में शिकायत देनी चाहिए थी। बिना सूचित किए हड़ताल उचित नहीं है। बातचीत जारी है और समस्या का समाधान जल्द हो जाएगा। ठेका एजेंसी को शोकॉज नोटिस भेजी गयी है और आवश्यकता पड़ने पर कानूनी कार्रवाई होगी।