निधि, सन्मार्ग संवाददाता
पानीहाटी : आगरपाड़ा के निवासी प्रदीप कर की कथित आत्महत्या को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीति में चल रहा घमासान अब सड़क पर उतर आया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार शाम को प्रदीप कर को न्याय दिलाने की मांग करते हुए, महासचिव अभिषेक बनर्जी के आह्वान पर पानीहाटी में एक विशाल विरोध रैली का आयोजन किया।
घोषणा के अनुरूप रैली
बुधवार को मृतक के परिवार से मुलाकात के बाद अभिषेक बनर्जी ने 'जस्टिस फॉर प्रदीप कर' का नारा देते हुए इस रैली की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के अनुसार, रैली में किसी भी राजनीतिक दल के झंडे का इस्तेमाल नहीं किया गया, जो यह दर्शाता है कि टीएमसी इस मुद्दे को राजनीतिक विवाद से अधिक नागरिक अधिकारों के मुद्दे के रूप में पेश करना चाहती है।
गुरुवार शाम को यह विशाल रैली आगरपाड़ा स्टेशन से शुरू हुई और बीटी रोड होते हुए आगरपाड़ा तेतुलतल्ला मोड़ तक गई। इस दौरान पूरे इलाके में 'जस्टिस फॉर प्रदीप कर' के नारे गूंजते रहे।
रैली में प्रमुख हस्तियां
रैली में बैरकपुर के सांसद पार्थ भौमिक, पानीहाटी के विधायक निर्मल घोष, पानीहाटी पालिका के चेयरमैन सोमनाथ दे, सीआईसी तीर्थकंर घोष और देवराज चक्रवर्ती सहित पार्टी के कई स्थानीय नेता और बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी शामिल हुए।
सांसद पार्थ भौमिक का सीधा हमला
रैली के समापन के बाद बैरकपुर सांसद पार्थ भौमिक ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह रैली किसी राजनीतिक दल की नहीं, बल्कि क्षेत्र के आतंकित और पीड़ित निवासियों की है, जो प्रदीप कर के लिए न्याय मांग रहे हैं।
पार्थ भौमिक ने प्रदीप कर की मौत के लिए बीजेपी, चुनाव आयोग (ईसी), और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इन सभी ने एसआईआर (विशेष गहन संशोधन) के बहाने नागरिकों के बीच डर और अनिश्चितता का माहौल बनाया है, जिसके कारण प्रदीप कर जैसे व्यक्ति को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। भौमिक ने दावा किया कि इन सभी संस्थाओं और व्यक्तियों को प्रदीप कर की मौत का जवाब देना होगा।
विधायक निर्मल घोष ने भी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक प्रदीप कर को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक टीएमसी यह लड़ाई आखिर तक लड़ेगी। टीएमसी इस मुद्दे को पूरे राज्य में एसआईआर और एनआरसी के खिलाफ एक बड़े राजनीतिक आंदोलन में बदलने की कोशिश कर रही है।