नई दिल्ली - जया बच्चन ने एक बयान दिया है। यह बयान उन्होंने 4 फरवरी मंगलवार को दिया। इस बयान के सामने आते ही चारो तरफ इसकी चर्चा तेज हो गई है। जया बच्चन ने बयान देते हुए कहा कि मौनी अमावस्या अमृत स्नान में मरने वालों की लाशें नदी में बहा दी गईं, जिसकी वजह से इस समय सबसे दूषित पानी कुंभ का है।
इस बयान के बाहर आने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने सपा संसद जया बच्चन की गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस बयान पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि संसद में रहकर ऐसे सवाल उठाना उन्हें दुखी करता है।
सपा सांसद ने कहा कि ........
" कुंभ में पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। भगदड़ में मरने वाले लोगों के शव नदी में फेंके गए हैं, इससे पानी दूषित हो गया है। यही पानी वहां लोगों तक पहुंच रहा है, इस पर कोई सफाई नहीं दे रहा है। देश के असली मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि, " कुंभ में आने वाले आम लोगों को कोई खास सुविधा नहीं मिल रही है, उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वीवीआईपी आते हैं, तो उनको हर सुविधा दी जाती है, लेकिन, आम आदमी की सुविधा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।"
आगे जया बच्चन ने कहा कि " झूठ बोल रहे हैं कि महाकुंभ में करोड़ों लोग स्नान कर रहे हैं। किसी भी समय इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे वहां इकट्ठा हो सकते हैं। इतना ही नहीं सपा सांसद ने मीडिया से महाकुंभ में जो हुआ उसकी तस्वीर दुनिया के सामने लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार को सच्चाई बतानी होगी, घटना को ऐसे छिपा नहीं सकती है।"