सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : क्या हुमायूं कबीर प्रिवेंटिव अरेस्ट हो सकते हैं। राजभवन सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि अगर हुमायूं कबीर के किसी कार्य से या फिर उनके किसी वक्तव्य से राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ती है तो विधायक को प्रिवेंटिव अरेस्ट करने में कोताही नहीं बरती जायेगी। राज्यपाल अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करके कड़े निर्देश दे सकते हैं। इससे पहले राज्यपाल ने विधायक के बयान पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि अगर उनके बयान से राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो कार्रवाई होगी। अब राज्यपाल ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है। तृणमूल के विधायक हुमायूं कबीर ने यह कहकर सियासी पारा चढ़ा दिया कि वह 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद जिले में ‘बाबरी मस्जिद’ से मिलती-जुलती मस्जिद की नींव रखेंगे।
तो कर लीजिएगा अरेस्ट... हुमायूं कबीर
हुमायूं कबीर ने राज्यपाल पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर जब लॉ एंड ऑर्डर खराब होगा तब अरेस्ट कर लीजिएगा। मगर मेरा कहना यह है कि वह तो खुद कानून तोड़ रहे हैं। कानून व्यवस्था देखना सरकार का काम है। मुर्शिदाबाद जिला के भरतपुर से विधायक हुमायूं कबीर कई महीनों से बागी तेवर अपनाए हुए हैं। बुधवार को भी उन्होंने कहा है कि 6 दिसंबर को वह अपनी बातों पर अमल करेंगे। 25 बीघा जमीन तैयार है। केवल ‘बाबरी मस्जिद’ ही नहीं बल्कि अस्पताल और भी कई निर्माण का इरादा रखते हैं। कबीर ने कहा, ‘मैंने एक साल पहले कहा था कि मैं बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की नींव रखूंगा। आपको दिक्कत क्यों हो रही है? मैं शांति भंग नहीं करूंगा, लेकिन अगर कोई शांतिपूर्ण कार्यक्रम में बाधा डालता है, तो मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं।’
तृणमूल नेताओं ने हुमायूं कबीर की टिप्पणियों से कर लिया है किनारा
तृणमूल विधायक की इस तरह की टिप्पणी से नये सिरे से सवाल उठने लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कबीर की टिप्पणियों से किनारा कर लिया है। तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने कबीर के राजनीतिक महत्व को सिरे से खारिज करते हुए कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के लोग ममता बनर्जी पर भरोसा करते हैं। कौन क्या कहता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कोई महत्व नहीं है।’ पार्टी के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने पहले कहा था कि तृणमूल ‘कबीर के संपर्क में नहीं है’ और उनके कार्यों का समर्थन नहीं करती। पश्चिम बंगाल के मंत्री और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने चेतावनी दी कि बंगाल को ‘खतरनाक माहौल’ में धकेलने के लिए ‘नया भावनात्मक माहौल’ बनाया जा रहा है।
विपक्ष ने लगाया आरोप
भाजपा ने टीएमसी पर चुपचाप स्थिति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया, ‘तृणमूल बंगाल को अराजकता की ओर धकेल रही है। ऐसी घोषणाएं सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने और ध्रुवीकरण करने के लिए हैं।’ माकपा ने इस घटना को तृणमूल की ‘वैचारिक अस्थिरता’ का एक और उदाहरण बताया।