सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्यपाल व विश्वविद्यालयों के चांसलर डॉ. सी वी आनन्द बोस द्वारा शनिवार को राजभवन में वीसी की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में 9 वीसी पहुंचे जबकि 29 वीसी को बुलाया गया था। इससे राज्यपाल काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि उन वीसी की राजभवन में तब तक एंट्री बंद रहेगी जब तक कि उनके द्वारा बताए गए कारण से राजभवन संतुष्ट नहीं हो जाता है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब राजभवन की बैठक में कई वीसी नहीं पहुंचे। शनिवार को जिन विश्वविद्यालयों के वीसी बैठक में शामिल हुए उनमें सीयू, आरबीयू, संस्कृत यूनिवसिर्टी, डायमंड हार्बर वुमेन यूनिवसिर्टी, रायगंज यूनिवसिर्टी, विद्यासागर यूनिवसिर्टी सहित कुल नौ विश्वविद्यालय के वीसी शामिल थे।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
इस दिन बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए राज्यपाल व चांसलर डाॅ. सी वी आनंद बाेस ने कहा कि कॉलेजों में एडमिशन को लेकर वीसी से चर्चा हुई है। किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सभी तरह के कदम उठाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ वीसी ने बैठक को अटेंड किया, कुछ ने बताया कि नहीं शामिल में होने में उन्हें क्या दिक्कत आयी है। वहीं कुछ ने अथॉरिटी से इस बारे में पूछा है। बता दें कि चांसलर यूनिवसिर्टी में अथॉरिटी हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि जिन वीसी की अनुपस्थिति पर असंतुष्टि होगी तब तक राजभवन में उनकी एंट्री पर रोक रहेगी जब तक कि राजभवन इस मामले में पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो जाता है। सूत्रों के मुताबिक उन वीसी को चांसलर कार्यालय से नोटिस भी भेजा जा सकता है।
बांग्ला भाषा विवाद पर यह कहा
विभिन्न राज्यों में बांग्ला भाषी पर उत्पीड़न का आरोप लग रहा है। इस बारे में मीडिया द्वारा पूछे जाने पर राज्यपाल ने कहा कि यह राज्य सरकार को पता है इससे कैसे निपटना है। इसके अलावा उन्होंने कुछ नहीं कहा है।