लाहौर : जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग तेज हो गई है। सुरक्षाबलों ने खान की रिहाई की मांग को लेकर बीते दिन पंजाब प्रांत में रैलियां कर रहे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पीटीआई की पंजाब इकाई की प्रमुख आलिया हमजा मलिक ने कहा कि तमाम बाधाओं और पार्टी पर शिकंजा कसे जाने के बावजूद खान समर्थक उनके साथ एकजुटता व्यक्त करने और स्थानीय तथा विदेशी साजिश के जरिए उनकी सरकार पलटने के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरने में कामयाब रहे।
10 अप्रैल 2022 को गिरा दी गई थी इमरान खान की सरकार
खान की सरकार को 10 अप्रैल 2022 को गिरा दिया गया था। तब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व में विपक्षी दलों के गठबंधन ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। मलिक ने कहा कि हम पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन की घटना को नहीं भूले हैं। हम इमरान खान के प्रति वफादार हैं।
उन्होंने कहा कि खान को ‘‘विदेशी और आंतरिक साजिश के तहत 10 अप्रैल 2022 की रात को’’ सत्ता से बेदखल किया गया था। कठपुतली सरकार ने खान को अवैध रूप से कैद कर लिया है लेकिन पीटीआई कार्यकर्ता उनकी रिहाई तक चैन से नहीं बैठेंगे। क्रिकेटर से राजनेता बने खान अगस्त 2023 से कई मामलों में जेल में हैं।