सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राजभवन की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि राज्यपाल के रूप में तीन साल पूरे होने पर राजभवन में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा। इच्छुक जाेड़ियां 16 नवंबर तक आवेदन कर सकेंगी। 23 नवंबर को सामूहिक विवाह का आयोजन प्रस्तावित था। सूत्रों के मुताबिक अंतिम समय में राजभवन में घोषित सामूहिक विवाह समारोह सम्भवत: अभी के लिए रद्द कर दिया गया है। राज्यपाल के रूप में सीवी आनंद बोस के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 23 नवंबर को राजभवन में विशेष कार्यक्रम आयोजित होने वाला था। राजभवन की ओर से शुक्रवार को जारी नयी सूची में कहीं भी सार्वजनिक विवाह का जिक्र नहीं है। नतीजतन, अटकलें स्वाभाविक रूप से तेज हैं। राजभवन ने अचानक अपना निर्णय क्यों बदल दिया? शुक्रवार के बयान में कहा गया कि उस दिन राजभवन में समारोह होगा, लेकिन यह नहीं बताया गया कि यह किस प्रकार का समारोह होगा। राजभवन के एक सूत्र ने दावा किया कि सार्वजनिक विवाह में भाग लेने के लिए अपर्याप्त आवेदनों के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर राजभवन को फैसला बदलना पड़ा। हालांकि, इस संबंध में राजभवन से कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं मिला है।
मुख्य बातें
अनोखी पहल थी राजभवन की
100 लोगों की कराई जानी थी कम्युनिटी मैरिज
16 तक करना था अंतिम आवेदन
राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस के दायित्व भार के तीसरी वर्षगांठ पर तथा चौथी वर्ष की शुरुआत के उपलक्ष में कई सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं। इसी के तहत राजभवन में कम्युनिटी मैरिज का आयोजन होने वाला था। इसके लिए भावी जोड़ों के माता पिता /लीगल गार्जियन ( स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत आने वाले को छोड़कर) को राजभवन द्वारा जारी किए गए निर्धारित प्रारूप में आवेदन करने के लिए कहा गया था। आवेदन में दूल्हा दुल्हन का विवरण, माता पिता के नाम सहित कई जानकारियां माँगी गई थी।